नोटबंदी का 35वां दिन : आज से पेट्रोल पंपों पर कैशबैक स्कीम लागू
आपने डेबिट कार्ड से भुगतान किया है तो वह राशि वापस आपके बैंक खाते में आ जाएगी। अगर क्रेडिट कार्ड से भुगतान किया है तो उतनी राशि कार्ड कंपनी आपसे चार्ज नहीं करेगी ।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । नोटबंदी पर सड़क से लेकर संसद तक अलग-अलग सुर हैं। जहां सरकार को अपने फैसले में बदलते भारत की तस्वीर दिखती नजर आ रही है, तो विपक्ष का मानना है कि नोटबंदी से देशबंदी हो चुकी है। इन सबके बीच आम जनता बैंकों और एटीएम के बाहर कतारों में खड़ी है।
34 दिन बीत गए, अब 16 दिन में क्या होगा
आठ नंवबर को नोटबंदी के फैसले के बाद 34 दिन बीत चुके हैं। इन 34 दिनों में क्या हुआ इससे ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है कि अगले 16 दिनों में क्या होगा। क्या पहले की ही तरह बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी लंबी लाइन लगेंगी या सरकारी दावों के मुताबिक आम लोगों को किसी तरह की मुश्किल नहीं होगी। सरकार का तर्क है कि पहले की तुलना में अब एटीएम के बाहर लाइन छोटी हो गई है।लेकिन विपक्ष का कहना है कि बैंकों और एटीएम में कैश ही नहीं है तो लोग एटीेएम के बाहर भीड़ कैसे लगेगी। पिछले 34 दिनों में सरकार के फैसले को विपक्ष जहां दिशाहीन बता रहा है वहीं सरकार का कहना है कि जैसी दिक्कते सामने आ रही हैं उसके मुताबिक फैसले लिए जा रहे हैं। इन सबके बीच पेट्रोल पंपों पर अब आप डेबिट, क्रेडिट कार्ड और ई-वॉलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आज से पेट्रोल के लिए कार्ड से पेमेंट पर कैशबैक स्कीम
कालेधन को सफेद कर रहा था बैंक का सीईओ, 1.56 करोड़ रुपए व जेवरात बरामद
कार्ड से भुगतान, कैशबैक की सुविधा
अगर आप सरकारी कंपनियों की तेल कंपनियों के पेट्रोल पंपों से कार्ड या किसी अन्य गैर नकदी भुगतान विकल्पों का इस्तेमाल करते हए पेट्रोल या डीजल खरीदते हैं तो आपको 0.75 फीसद की राशि वापस मिल जाएगी। इस बारे में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन की तरफ से जानकारी दी गई है कि डेबिट व क्रेडिट कार्ड, ई-वॉलेट या प्री पेड लोयाल्टी कार्ड्स का भुगतान करते हुए पेट्रोल व डीजल खरीदने पर 0.75 फीसद राशि तीन आधिकारिक कार्य दिवस में वापस ग्राहक के खाते में कर दी जाएगी।
नोटबंदी : तीन दिन की छुट्टी के बाद खुले बैंक, लंबी कतारें
मसलन, आपने डेबिट कार्ड से भुगतान किया है तो वह राशि वापस आपके बैंक खाते में आ जाएगी और अगर क्रेडिट कार्ड से भुगतान किया है तो उतनी राशि कार्ड कंपनी आपसे चार्ज नहीं करेगी क्योंकि उसे यह राशि तेल कंपनी से ही मिल जाएगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस कदम की घोषणा पिछले हफ्टे नोट बंदी के बाद कैश लेस लेन देन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की थी। नोट बंदी के बाद पेट्रोल पंपों पर कार्ड के जरिए भुगतान करने वालों की संख्या दोगुनी हो चुकी है।
कांग्रेस का सरकार पर हमला, कहा- नोटबंदी से बढ़ी आम जनता की मुश्किलें
कैशलेस भुगतान की सफलता पर संदेह
सरकार की इस घोषणा का कितना असर होगा अभी यह देखना बाकी है। क्योंकि देश के आधे से ज्यादा पेट्रोल पंपों पर अभी भी किसी तरह का कार्ड या अन्य कैशलेस भुगतान स्वीकार करने की व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। लगातार यह सूचना आ रही है कि किस तरह से कई पेट्रोल पंप जान बूझ कर कैशलेस भुगतान को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं। हाइवे पर स्थित पेट्रोल पंपों पर इस व्यवस्था के लागू होने में भी संशय है।