पूर्व सीएम रामनरेश व बालमुरली कृष्ण सहित चार मशहूर हस्तियां का निधन
उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और मप्र के राज्यपाल रह चुके रामनरेश यादव का लखनऊ में सुबह 9.15 बजे निधन हो गया।
नई दिल्ली, (जागरण न्यूज नेटवर्क)। मंगलवार का दिन राजनीति, विज्ञान, कला और साहित्य क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति का रहा। उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और मप्र के राज्यपाल रह चुके रामनरेश यादव का लखनऊ में सुबह 9.15 बजे निधन हो गया। कर्नाटक संगीत के क्षेत्र में ख्याति अर्जित करने वाले एम. बालमुरली कृष्ण का चेन्नई में देहांत हो गया। वहीं, साहित्यकार डॉक्टर विवेकी राय और जानेमाने भौतिक विज्ञानी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजीके मेनन (88) भी अब इस दुनिया में नहीं रहे।
रामनरेश यादव (90) ने लखनऊ में अंतिम सांस ली। वह वर्ष 2011-16 के बीच मध्य प्रदेश के राज्यपाल रहे थे। उनका नाम करोड़ों रुपये के व्यापम घोटाले में आया था। इसमें उनके बेटे शैलेष का भी नाम आया था। शैलेष पिछले साल मार्च में संदिग्ध अवस्था में लखनऊ में मृत पाए गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रामनरेश यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
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हिंदी के प्रख्यात साहित्यकार एवं कथाकार डॉक्टर विवेकी राय का सुबह 4.45 बजे निधन हो गया। वर्ष 1924 में पैदा हुए राय शुरुआती शिक्षा-दीक्षा के बाद अपने गांव में ही वर्ष 1942 में शिक्षक बन गए थे। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में भी हिस्सा लिया था। डॉ. विवेकी राय ने कई उपन्यास और ललित निबंध लिखे। उनके कुछ लोकप्रिय उपन्यासों में बबूल, पुरुष पुराण, लोकऋण, श्वेत पत्र, सोनामाटी शामिल हैं। उन्होंने जीवन परिधि, गूंगा जहाज, नई कोयल, कालातीत बेटे की बिक्री जैसे चर्चित कहानी संग्रह की भी रचना की थी।
संगीत की दुनिया के लिए भी मंगलवार का दिन शुभ नहीं रहा। कर्नाटक संगीत के जानेमाने कलाकार पद्म विभूषण सम्मानित एम. बालमुरली कृष्ण (86) का चेन्नई में निधन हो गया। उनका जन्म आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में हुआ था। उन्होंने आठ वर्ष की उम्र में विजयवाड़ा में पहला कंसर्ट किया था। बचपन में उनका नाम मुरली कृष्ण था। कंसर्ट देखने आए प्रख्यात कलाकार एमएस मूर्ति ने उनके नाम के पहले 'बाल' जोड़ा था। वह राष्ट्रीय एकता को दर्शाने वाले लोकप्रिय गीत 'मिले सुर मेरा तुम्हारा' में भी शरीक रहे थे। तेलुगू फिल्म 'भक्त प्रह्लाद' में बाल मुरली ने नारद की भूमिका निभाई थी।
जानेमाने भौतिक विज्ञानी और पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजीके मेनन (88) भी अब इस दुनिया में नहीं रहे। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। वीपी सिंह की सरकार में विज्ञान एवं तकनीक राज्य मंत्री के अलावा वह वर्ष 1972 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष भी रहे थे। उन्होंने कॉस्मि रे और पार्टिकल फिजिक्स के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया था। उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।