'15 सेकंड लगातार महिला को नहीं देख सकते'
एडीजी ने कहा, हमारे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है। समस्याएं बतानी होंगी। समस्याओं का हल हो सकता है। इच्छाओं का नहीं।
भिंड, नईदुनिया। 'आप 15 सेकंड लगातार महिला को नहीं देख सकते। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है। ध्यान रखें, वरना कोई बचाने वाला नहीं है। मैं तो अपने को अंधा महसूस करने लगा हूं। इतना डर गया हूं पहले तो तारीफ कर देता था पर अब नहीं करता। महिलाओं के लिए अपनी नजरें सच्ची रखें।' यह बात अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कल्याण एसएम अफजल ने पुलिस लाइन में पुलिस अफसरों-कर्मचारियों से संवाद में कही। उन्होंने पुलिसकर्मियों की समस्याएं सुन निराकरण भी किया। इस दौरान एसपी प्रशांत खरे, एएसपी राजेंद्र वर्मा मौजूद रहे।
पत्नी के पैर छूने को कहा तो सभी हंसे
रिजर्व पुलिस लाइन में हुए संवाद में अफजल ने शिकायतें सुनने के साथ पुलिस अफसरों और उनके परिवार को खूब हंसाया। उन्होंने पुलिस अमले से कहा, पत्नी के रोज पैर छूने चाहिए। यह बात आपको खुश करने के लिए नहीं कह रहा और न इलेक्शन लड़ने का इरादा है। मर्द समझते हैं कि तनख्वाह देकर पूरा काम कर लिया। उनको नहीं पता घर में रहकर महिलाओं को बच्चे पालने में कितनी तकलीफ होती है।
इच्छाओं का हल नहीं हो सकता
एडीजी ने कहा, हमारे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है। समस्याएं बतानी होंगी। समस्याओं का हल हो सकता है। इच्छाओं का नहीं। जवान बहुत सी सुविधाओं से वंचित हैं। भर्ती चल रही है। 30 हजार पुलिस बल बढ़ेगा। आपके थाने में बल की कमी नहीं होगी। छुट्टी आसानी से मिलेंगी। घर जाकर थकान की वजह से पत्नी और बच्चों से झगड़ेंगे नहीं।
संवाद में यह शिकायतें आई
-पुलिसकर्मी की पत्नी ने कहा, पति लहार थाने में हैं। 8-8 माह घर नहीं आते हैं। पति को लाइन में पदस्थ कर दें। एडीजी ने एसपी से कहा इन्हें बुलाकर समस्या सुलझाएं।
-सीएसपी वीरेंद्र तोमर ने कहा, सभी विभागों में अवकाश मिलता है। पुलिस में भी दिए जाएं। एडीजी ने 2018 से पुलिस में भी अवकाश मिलना शुरू होंगे।
-एएसआई अवधेश चौहान ने कहा, कैदी को दूसरे जिले या राज्य में पेशी ले जाने पर खाना जेब से खिलाते हैं। इसका भत्ता नहीं मिलता है। एडीजी ने कहा, लाइन से भुगतान होगा।
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