'आंदोलनकारियों पर चलाई जाती हैं गोलियां तो पत्थरबाजों पर क्यों नहीं'
डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि कश्मीर में सेना पर पत्थर फेंकने वालों से दुश्मन सैनिकों जैसा बर्ताव होना चाहिए।
हरिद्वार। विश्व हिदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि कश्मीर में सेना पर पत्थर फेंकने वालों से दुश्मन सैनिकों जैसा बर्ताव होना चाहिए। यह देश के दुश्मन हैं। उन्होंने कहा कि इन पर बम बरसाए जाने चाहिए।
डॉ. तोगड़िया ने शुक्रवार की देर शाम दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की तीन दिवसीय बैठक में कश्मीर में धारा 370 हटाने पर कोई चर्चा नहीं हुई, लेकिन पत्थरबाजों के साथ सेना को उन्हीं की भाषा में पेश आना चाहिए। केंद्र सरकार को इसके लिए रणनीति तैयार करनी होगी।
उन्होंने कहा जब महाराष्ट्र में आंदोलन करने वाले किसानों पर गोलियां चलाई जा सकती हैं तो फिर सेना पर पत्थर फेंकने वालों पर गोलियां क्यों नही चलाई जा सकती। गंगा की अविरल धारा पर भी उन्होंने कहा कि इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार को धरातल पर कार्य करने होंगे।
एक सवाल के जवाब में कहा कि मौजूदा आर्थिक विकास का मॉडल देश में फेल है। यह वह विकास मॉडल है, जो आजादी के बाद अपनाया गया। इससे गरीब और गरीब हो रहा है। इस आर्थिक विकास मॉडल पर एक बार पुनः विचार करने की सख्त जरूरत है। यह माडल कृषि और शिक्षा के क्षेत्र में बिलकुल व्यवहारिक नहीं है।
कश्मीर के लिए आर-पार की लड़ाई लड़े भारत :
कश्मीर मुद्दे पर कठोर कदम उठाने की जरूरत है। भारत को वार्ता व छद्म युद्ध को छोड़कर कर आर-पार की लड़ाई लड़नी चाहिए तथा पाक अधिकृत कश्मीर को वापस लेना चाहिए। यह बात कांगड़ा में द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य अचुत्यानंद तीर्थ महाराज ने कही।
उन्होंने कहा कि अब तक दस हजार सैनिक छद्म युद्ध में जान गंवा चुके हैं। शिक्षा में सैन्य शिक्षा को भी शामिल करना चाहिए। गोहत्या के मामले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का दरबाजा खटखटाएंगे। जब राम मंदिर को लेकर राजनीति खत्म हो जाएगी तो राम मंदिर खुद बनकर तैयार हो जाएगा।
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