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आज हड़ताल पर रहेंगे BSNL के सारे कर्मचारी, सितंबर की सैलरी नहीं मिलने से हैं नाराज

सितंबर महीने का वेतन नहीं मिलने से नाराज बीएसएनएल के कर्मचारी आज हड़ताल पर रहेंगे।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Fri, 18 Oct 2019 09:13 AM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 09:48 AM (IST)
आज हड़ताल पर रहेंगे BSNL के सारे कर्मचारी, सितंबर की सैलरी नहीं मिलने से हैं नाराज
आज हड़ताल पर रहेंगे BSNL के सारे कर्मचारी, सितंबर की सैलरी नहीं मिलने से हैं नाराज

नई दिल्ली, एजेंसियां। सितंबर महीने का वेतन(सैलरी) नहीं दिए जाने के विरोध में बीएसएनएल के कर्मचारी आज हड़ताल पर रहेंगे। बीएसएनएल के कर्मचारियों ने ऑल यूनियंस एंड एसोसिएशंस ऑफ बीएसएनएल (एयूएबी) के बैनर तले इस हड़ताल का आह्वान किया है।  बीएसएनएल की 10 यूनियन शुक्रवार को एक दिन की भूख हड़ताल रखने जा रही हैं।

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बता दें, सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल खराब वित्तीय हालत से जूझ रही है। कल ही सरकार की ओर से दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मोदी सरकार इस कंपनी को चलाने में आ रही दिक्क्तों तो दूर करने की कोशिशों में जुटी हुई है।

बीएसएनएल के करीब 1 लाख 58 हजार कर्मचारियों को अभी भी सितंबर महीने का वेतन नहीं मिला है। इसके साथ ही एमटीएनएल के करीब 22 हजार कर्मचारियों को सितंबर महीने के साथ ही अगस्त की भी सैलकी नहीं मिली है। हालांकि इस घोषणा के बाद एमटीएनएल के कर्मचारियों ने अपना धरना प्रदर्शन भी स्थगित कर दिया है।

इससे पहले सरकार की ओर से दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद में कहा कि जब भी देश के किसी हिस्से में कोई प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़, तूफान आता है तो बीएसएनएल हही वो कंपनी होती है जो मुफ्त में अपनी सेवाएं देती है। कंपनी की कमाई का 75 फीसदी हिस्सा कर्मचारियों का वेतन देने में काम आता है। वहीं अन्य कंपनियां इस मद में केवल पांच से 10 फीसदी खर्च करती हैं।

बीएसएनएल ने अभी अपने कर्मचारियों को सितंबर महीने की सैलरी भी नहीं दी है। हालांकि कंपनी ने कहा है कि वो दीवाली से पहले वेतन का भुगतान कर देगी। बता दें, वित्त मंत्रालय बीएसएनएल और एमटीएनएल को चलाने में पक्ष में नहीं है औप इनको बंद करने की सिफारिश की है। दूसरी ओर गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बने मंत्रियों के समूह(जीओएम) ने दोनों कंपनियों के रिवाइवल प्लान को मंजूरी दे दी है। वित्त मंत्रालय ने 80 बिंदुओं पर अपनी असहमति जताई है। 


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