BSF ने 4 महीनों में जब्त की 1300 किलो से ज्यादा चरस, पाकिस्तान से हुई मादक पदार्थो की तस्करी
बीएसएफ ने कहा कि नशीले पदार्थो की तस्करी के लिए अरब सागर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने कहा है कि उसने गुजरात के तटीय क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है। इसका कारण पाकिस्तान से संबंधित मादक पदार्थो की तस्करी के 'नए पैटर्न' का सामने आना है। चार महीने के दौरान 1300 किलो से ज्यादा चरस जब्त की गई है। बीएसएफ की भुज इकाई ने बुधवार को कच्छ के तटीय इलाके में जखाउ के समीप तीन किलो चरस बरामद की।
सीमा की निगरानी करने वाले बल ने कहा कि उसने पिछली जब्ती में भी इसी पैटर्न की पहचान की है। यह पैटर्न मादक पदार्थ कार्टेल द्वारा तस्करी के लिए अरब सागर का इस्तेमाल करने की ओर इशारा कर रहा है।बीएसएफ ने एक बयान में कहा, 'मई से अगस्त के दौरान अभी तक लगभग चार महीने की अवधि में बीएसएफ, पुलिस, तटरक्षक बल और नौसेना द्वारा क्रीक और जखाउ तट से चरस के एक-एक किलोग्राम के 1,309 पैकेट जब्त किए गए हैं।
चरस के इन पैकेट को जब्त किया जाना एक नई प्रवृत्ति है और गुजरात राज्य में सक्रिय सभी सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय है।'बल ने कहा, 'जब्त किए गए चरस के सभी पैकेट लगभग समान प्रिंट के हैं और उसकी पैकेजिंग एक जैसी है। ये सभी जखाउ के आसपास 58 किलोमीटर लंबे समुद्री तट पर पाए गए हैं। इससे गुजरात में अरब सागर तट से खतरा सामने आया है और गुजरात तट और क्रीक क्षेत्र में सतर्कता और कड़ी कर दी गई है।'
अर्धसैनिक बल ने खबरों का हवाला देते हुए कहा कि पिछले एक साल के दौरान, पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने कराची तट के पास अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के नजदीक गहरे समुद्र में नशीले पदार्थो की जब्ती के लिए कई अभियान संचालित किए हैं। नशीले पदार्थ अफगानिस्तान और ईरान से बलूचिस्तान तस्करी किए जाते हैं और इसके आगे सिंध लाए जाते हैं।
बीएसएफ की भुज इकाई ने बुधवार को कच्छ के तटीय इलाके में जखाउ के समीप तीन किलो चरस बरामद की।