BSF के IG का दावा, आतंकियों को हमले के लिए उकसा रहा हाफिज
'जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को शह देने के लिए जमात उल दावा के चीफ हाफिज सईद ने सीमा पर लांचिंग पैड पर आतंकियों के बीच भारत विरोधी दुष्प्रचार तेज कर दिया है।
जम्मू। 'जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को शह देने के लिए जमात उल दावा के चीफ हाफिज सईद ने सीमा पर लांचिंग पैड पर आतंकियों के बीच भारत विरोधी दुष्प्रचार तेज कर दिया है। इस काम में पाकिस्तानी सेना और रेंजर्स पूरा सहयोग दे रहे हैं और बिना रोक टोक के हाफिज सीमा के पास घूमकर आतंकियों को जेहाद का पाठ पढ़ा रहा है।'
यह दावा टंगडार हमले के एक दिन बाद जम्मू में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आइजी राकेश शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि इसके पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि हाफिज सईद आतंकी कैंपों में जाकर उन्हें घुसपैठ कर हमले करने के लिए उत्तेजित कर रहा है।
पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट (आइएस) की मौजूदगी व विश्र्व में उसके हमलों पर आइजी ने कहा कि आतंकी कुछ भी कर सकते हैं। ऐसे हमलों की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बताया जा रहा है कि आइएस पाकिस्तान की लश्कर जैसी आतंकवादी तंजीमों को समर्थन दे सकता है।
सर्दियों की चुनौतियों से निपटने को विशेष प्रबंध :
आइजी ने बताया कि सर्दियों के महीनों की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रबंध किए गए हैं। जवानों के साथ तकनीकी उपकरणों की सहायता से सीमा को अभेद बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कोहरे में सीमा पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त नाकों व बीओपी की तैनाती बढ़ा दी जाएगी।
आइजी ने कहा कि आतंकियों की कोशिश रहती है कि घुसपैठ के लिए पारंपरिक रूट अपनाएं। वहां नदी, नालों, सरकंडों में उन्हें आड़ मिलती है।
पाक में कैदियों को हमले के लिए किया जाता है प्रशिक्षित :
आइजी ने कहा कि ऐसे कैदियों को प्रशिक्षण देकर जम्मू-कश्मीर में हमले के लिए यहां धकेलने की कोशिश की जाती है जो पाकिस्तान की जेलों में मौत की सजा व आजीवन कारावास भुगत रहे हैं। जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की कोशिश में 10-12 आतंकियों का दल धूम रहा है। कठुआ के अलावा इस दल को सीमा पर कुछ अन्य जगहों पर भी देखा गया है। कुछ स्थानों पर 3 से 4 आतंकियों के छोटे दलों को भी देखा गया है।
सीमा के पास मरम्मत आदि कार्याें के दौरान गोलीबारी में मारे जाने वाले श्रमिकों को केंद्र सरकार की ओर से मुआवजा मिल सकता है। ये श्रमिक बीएसएफ की ओर से नहीं अपितु सीपीडब्ल्यूडी की ओर से लगाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि सुनने में आया कि सीमा पर मारे गए इन श्रमिकों के परिवारों को तीन -तीन लाख रुपये का मुआवजा देने की तैयारी हो रही है।
स्मार्ट फेंसिंग का ट्रायल जारी :
आइजी बीएसएफ ने कहा कि घुसपैठ पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए राज्य में स्मार्ट फेंसिंग का ट्रायल जारी है। इस फेंसिंग के बाद सीमा पर आतंकियों के लिए घुसपैठ करना संभव नहीं होगा। स्मार्ट फेंसिंग से ऐसे इलाकों की सुरक्षा करना भी संभव होगा जहां पर मौसम की चुनौतियों से घुसपैठ की संभावना बढ़ जाती है। इस सेंसर युक्त फेंसिंग का ट्रायल नियंत्रण रेखा व अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पांच-पांच किलोमीटर में हो रहा है।