कैंसर का इलाज कर सकते हैं नैनोकण
ब्रिटेन की सरे यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रवि सिल्वा ने कहा कि यह विधि कैंसर के इलाज के क्षेत्र में गेम चेंजर साबित हो सकती है।
नई दिल्ली (आइएएनएस)। वैज्ञानिकों ने कैंसर के इलाज की दिशा में उल्लेखनीय सफलता पाई है। उन्होंने ऐसे नैनोकण (नैनोपार्टिकल्स) विकसित किए हैं जो उस स्तर तक गर्म हो सकते हैं जिससे कैंसर सेल्स नष्ट हो जाएं। इसके बाद वे स्वस्थ टिश्यू को नुकसान पहुंचने से पहले ही स्वत: ठंडे भी हो सकते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, शीघ्र ही इन सेल्फ-स्टॉपिंग नैनोकणों का इस्तेमाल हाइपरथर्मिक थर्मोथेरेपी के तहत कैंसर रोगियों के उपचार में किया जा सकता है। थर्मोथेरेपी का कैंसर के इलाज के लिए लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन इसमें स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में बड़ी कठिनाई आती है। ये नए नैनोकण आत्मनियंत्रित हैं। इसका मतलब यह हुआ कि ये 45 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर पहुंचने के बाद खुद को गर्म करना बंद कर देते हैं। ब्रिटेन की सरे यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रवि सिल्वा ने कहा कि यह विधि कैंसर के इलाज के क्षेत्र में गेम चेंजर साबित हो सकती है।