स्तनपान कराने से डायबिटीज ही नहीं इस बीमारी से भी होगा महिलाओं का बचाव
एक अध्ययन से पता चला है कि अपने शिशुओं को लंबे समय तक स्तनपान कराने वाली माताएं आगे चलकर उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) के खतरे से भी बच सकती हैं।
नई दिल्ली (आइएएनएस)। एक अध्ययन से पता चला है कि अपने शिशुओं को लंबे समय तक स्तनपान कराने वाली माताएं आगे चलकर उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) के खतरे से भी बच सकती हैं। हाल में एक अन्य शोध में पाया गया था कि शिशुओं को लंबे समय तक स्तनपान कराने से माताओं में डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, इस बीमारी और मौत का सबसे बड़ा कारण ब्लड प्रेशर का उच्च स्तर होता है। दक्षिण कोरिया की इवहा वूमेंस यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता नाम-क्योंग चोई ने कहा, ‘हमारे अध्ययन का निष्कर्ष माताओं के लिए स्वास्थ्य के लिहाज से स्तनपान की सलाह का समर्थन करता है।’ पहले के अध्ययनों से यह जाहिर हो चुका है कि लंबे समय तक स्तनपान कराने से शिशुओं में एलर्जी, मोटापा और डायबिटीज के खतरे को टाला जा सकता है।
स्तनपान से टल सकता है इस खतरनाक बीमारी का खतरा
सेहत के लिहाज से स्तनपान न सिर्फ शिशुओं, बल्कि माताओं के लिए भी हितकारी माना जाता है। इससे स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से बचाव हो सकता है। अब नए अध्ययन में पाया गया है कि शिशुओं को लंबे समय तक स्तनपान कराने से माताओं में डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है।
अमेरिकी शोधकर्ताओं के अनुसार, लंबे समय तक स्तनपान का संबंध डायबिटीज के निम्न खतरे से पाया गया है। डॉक्टर भी माताओं को अपने शिशुओं को जन्म के बाद कम से कम छह महीने तक स्तनपान कराने की सलाह देते हैं। इससे शिशुओं में कान और श्वसन संबंधी संक्रमण का खतरा कम होता है। इससे एलर्जी, मोटापा और डायबिटीज से भी बचाव हो सकता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि शिशुओं को कम से कम एक साल तक स्तनपान कराने से माताएं डायबिटीज के खतरे से बच सकती हैं।