बेंगलुरु से यूपी जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में गूंजी किलकारी, जच्चा-बच्चा स्वस्थ
प्राथमिक उपचार देने के बाद जरूरी सामग्री ट्रेन में ही उपलब्ध कराई गई। इसके बाद ट्रेन सुबह 6.15 बजे झांसी की ओर रवाना कर दी गई।
बीना/सागर, राज्य ब्यूरो। बेंगलुरु से उत्तर प्रदेश के मऊ जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन में एक बच्ची का जन्म हुआ। स्टेशन स्टाफ ने डॉक्टर को बुलाया और सुरक्षित प्रसव कराने के बाद ट्रेन को झांसी की ओर रवाना कर दिया। महिला और बच्ची दोनों स्वस्थ हैं।
रेलवे अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ नर्स ने कोच में ही कराया सुरक्षित प्रसव
श्रमिक स्पेशल गाड़ी संख्या 07361 शनिवार सुबह झांसी की ओर जा रही थी। ट्रेन सुबह 4.35 बजे मध्य प्रदेश के बीना पहुंची। सिग्नल नहीं होने के कारण ट्रेन प्लेटफॉर्म 3 व 4 के बीच मेन लाइन पर खड़ी हो गई। इस दौरान बेंगलुरु से मऊ जा रहे संदीप मौर्य की पत्नी संगीता मौर्य को प्रसव पीड़ा हुई। रेलवे अस्पताल से डॉ. अवधेश व स्टाफ नर्स स्टेशन पहुंचे और कोच में ही सुरक्षित प्रसव कराया।
जरूरी सामग्री ट्रेन में ही उपलब्ध कराई गई
प्राथमिक उपचार देने के बाद जरूरी सामग्री ट्रेन में ही उपलब्ध कराई गई। इसके बाद ट्रेन सुबह 6.15 बजे झांसी की ओर रवाना कर दी गई।
ट्रेन से सेल्फी भेजी रेलवे स्टाफ को
दो घंटे तक महिला को उपचार देने में रेलवे स्टाफ इतना व्यस्त रहा कि बच्चे की तस्वीर नहीं ले पाया। तब रेलवे स्टाफ ने संदीप के मोबाइल पर बात की और नवजात की तस्वीर भेजने को कहा। संदीप ने ट्रेन में सेल्फी ली और वॉट्सएप पर तस्वीर भेजी। सहायक मुख्य बुकिंग सुपरवाइजर आशीष अवस्थी ने बताया कि महिला और उसकी बेटी दोनों स्वस्थ हैं। आगे के स्टेशनों पर भी उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
स्पेशल ट्रेन की सुस्त चाल
श्रमिकों की सुविधा के लिए रेलवे ने स्पेशल ट्रेन तो चला दी, लेकिन उसकी सुस्त रफ्तार से श्रमिकों ने अपना धैर्य खो दिया। जबलपुर रेल मंडल के विभिन्न स्टेशनों परु नाराज लोगों ने इंजन से लेकर पटरी तक जमकर हंगामा मचाया। कहीं श्रमिकों ने इंजन परु पत्थरबाजी की तो कहीं प्लेटफॉर्म पर हंगामा किया। वहीं एक घटना में स्पेशल ट्रेन की सुस्त चाल ने मालगाड़ी को भी पीछे छोड़ कर मध्य प्रदेश के जबलपुर से प्रयागरााज के 5 घंटे का सफर 23 घंटे में पूरा किया।