बच्चों को हिंदी-अंग्रेजी सिखाएगा 'बोलो' एप, जानिए किस तकनीक पर आधारित है एप
गूगल इंडिया के उत्पाद प्रबंधक नितिन कश्यप ने बताया कि इस एप में एक एनिमेटेड पात्र दीया है जो बच्चों को तेज आवाज में कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है
नई दिल्ली, प्रेट्र। तकनीकी दिग्गज गूगल ने बुधवार को एक नया एप 'बोलो' लांच किया है। आवाज पहचानने और टेक्स्ट-टू-स्पीच (आवाज सुनकर लिखने की सुविधा) तकनीक पर आधारित यह एप प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को हिंदी और अंग्रेजी सीखने में मदद करेगा। एप को सबसे पहले भारत में लांच किया गया है और यह ऑफलाइन भी काम करेगा।
गूगल इंडिया के उत्पाद प्रबंधक नितिन कश्यप ने बताया कि इस एप में एक एनिमेटेड पात्र दीया है जो बच्चों को तेज आवाज में कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है और किसी शब्द का उच्चारण करने में दिक्कत आने पर बच्चों की मदद करती है। कहानी पूरा करने पर यह बच्चों का मनोबल भी बढ़ाती है।
50 एमबी के इस एप में हिंदी और अंग्रेजी की करीब 100 कहानियां हैं। यह एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है और यह एंड्रायड 4.4 (किटकैट) तथा इसके बाद के संस्करण वाले सारे डिवाइस पर चल सकता है। एनुअल स्टेटस एजुकेशन रिपोर्ट (एसईआर) 2018 का हवाला देते हुए कश्यप ने कहा कि ग्रामीण भारत में कक्षा पांच में पढ़ने वाले आधे बच्चे ही सही से कक्षा दो की पाठ्यपुस्तक पढ़ पाते हैं।
यूपी के 200 गांवों में किया गया परीक्षण
कश्यप के अनुसार गूगल ने इस एप का उत्तर प्रदेश के करीब 200 गांवों में परीक्षण किया है। परिणाम उत्साहजनक रहने के बाद इसे पेश किया गया है। एप में बंगाली जैसी अन्य भारतीय भाषाओं को भी शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। फिलहाल हम सक्रिय रूप से कई गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के साथ काम कर रहे हैं। बच्चे की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए निजी जानकारियां हमेशा डिवाइस में रहती हैं। एप में लॉग इन करने के लिए उपयोगकर्ताओं से ईमेल आइडी और लिंग जैसे विवरण भी नहीं मांगे जाते हैं।