शारीरिक दूरी पड़ी भारी बनाना पड़ा भारी, जेल प्रहरी ताकते रह गए, भाग निकला कोरोना संक्रमित चोर
ग्वालियर जेल के प्रहरी चोर से 10 फीट की दूरी शारीरिक दूरी बनाकर खड़े थे जिसका फायदा उठाकर चोर ने दौड़ लगा दी और प्रहरी देखते रह गए।
ग्वालियर, राज्य ब्यूरो। मोबाइल चोरी के आरोप में पकड़े गए एक चोर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर ग्वालियर जेल के दो प्रहरी सोमवार रात उसे सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ले गए। संक्रमित होने के डर से प्रहरी रामू गुप्ता व सोनू दंडोतिया ने बंदी को हथकड़ी नहीं लगाई और उससे सुरक्षित दूरी बनाकर रखी। अस्पताल में भी प्रहरी उससे 10 फीट दूर खड़े होकर नजर रख रहे थे। इसी का फायदा उठाकर रात करीब एक बजे चोर उनके सामने से भाग निकला। इस चूक पर दोनों प्रहरियों को निलंबित कर दिया गया है।
संक्रमण के भय से हथकड़ी नहीं लगाना व सुरक्षित शारीरिक दूरी पड़ी भारी
बंदी के भागने की सूचना मिलते ही ग्वालियर पुलिस प्रशासन ने शहर की सीमाओं की नाकेबंदी कर दी। संक्रमित चोर के दिल्ली भागने की आशंका होने से वहां की पुलिस को सूचित किया गया। ग्वालियर से दिल्ली के मध्य पड़ने वाले सभी जिलों की पुलिस को भी अलर्ट किया गया। ग्वालियर की कंपू थाना पुलिस ने संक्रमित चोर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
तिहाड़ जेल से जमानत पर छूटा था
ग्वालियर के अवाड़पुरा का रहने वाला जावेद खान शातिर चोर है। दिल्ली पुलिस ने उसे मोबाइल चोरी के आरोप में पकड़कर तिहाड़ जेल भेज दिया था। कोरोना संक्रमण के कारण उसे 90 दिन की सशर्त जमानत मिल गई। अवाड़पुरा में जावेद का परिवार रहता है, इसलिए तिहाड़ जेल से छूटने के बाद कुछ दिन वह दिल्ली में रहा, उसके बाद खाने-पीने के लाले पड़ने पर वह घर आ गया। जावेद यहां भी चोरियां करने लगा। रविवार को कंपू पुलिस ने जावेद को मोबाइल चोरी के आरोप में पकड़ा और जेल भेजने से पहले उसकी कोरोना जांच कराई।
रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही देर रात ले गए थे अस्पताल
सोमवार को बंदी जावेद की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने की सूचना जेल अधीक्षक मनोज साहू को मिली। पूरी सतर्कता बरतते हुए बंदी को आइसोलेशन वार्ड से बाहर निकाला गया। देर रात एंबुलेंस संक्रमित चोर को सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ले जाने के लिए जेल पहुंची। प्रहरी रामू गुप्ता व सोनू दंडोतिया की निगरानी में उसे अस्पताल भेजा गया। प्रहरियों ने संक्रमित होने के डर से उसके हाथों में हथकड़ी नहीं लगाई थी।
दूसरे अस्पताल ले जाने के दौरान हो गया रफूचक्कर
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में यह कहकर जावेद को भर्ती करने से इन्कार कर दिया गया कि यहां गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाता है। इसी बीच एंबुलेंस भी बंदी को उतारकर वहां से चली गई। इस पर प्रहरियों ने जेल अधीक्षक को अवगत कराया। जेल अधीक्षक ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से बंदी को अन्य कोविड अस्पताल में भर्ती कराने के लिए बात की। रात करीब एक बजे चोर को महराजपुरा कोविड अस्पताल में ले जाने के लिए दूसरी एंबुलेंस भेजी गई। तब प्रहरी चोर से 10 फीट की दूरी शारीरिक दूरी बनाकर खड़े थे, जिसका फायदा उठाकर चोर ने दौड़ लगा दी और प्रहरी देखते रह गए।
दोनों प्रहरी निलंबित, जांच के आदेश
ग्वालियर के जेल अधीक्षक मनोज साहू का कहना है कि संक्रमित चोर के भागने पर दोनों जेल प्रहरियों को निलंबित कर दिया गया है। बंदी के भागने में कहां चूक हुई, इसका पता लगाने के लिए विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।