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लोकसभा चुनाव में बंगाल में अधिक मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारेगी भाजपा

बंगाल के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा के मुस्लिम उम्मीदवारों ने बेहतर प्रदर्शन किया। अच्छी संख्या में सीटें मिलने से पार्टी के हौसले बुलंद हैं। इसलिए लोससभा में भी पार्टी यही करेगी।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 10:41 PM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 10:41 PM (IST)
लोकसभा चुनाव में बंगाल में अधिक मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारेगी भाजपा
लोकसभा चुनाव में बंगाल में अधिक मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारेगी भाजपा

जागरण संवाददाता, कोलकाता। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल के 30 फीसद मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने के लिए भाजपा ने विशेष रणनीति तैयार की है। लोकसभा चुनाव में भाजपा अधिक संख्या में मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारने के बारे में विचार कर रही है।

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पार्टी का इरादा अल्पसंख्यकों के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ठोस आधार में सेंध लगा कर महत्वपूर्ण वोटबैंक के एक बड़े हिस्से को अपने पाले में लेना है। भाजपा का उद्देश्य पश्चिम बंगाल में सियासी रणनीति में बदलाव लाने का है।

इस वर्ष हुए पश्चिम बंगाल के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा के मुस्लिम उम्मीदवारों ने बेहतर प्रदर्शन किया। अच्छी संख्या में सीटें मिलने से पार्टी के हौसले बुलंद हैं। पार्टी ने पंचायत चुनाव में अल्पसंख्यक समुदाय के 850 से अधिक उम्मीदवारों को उतारा था।

उनमें से आधे उम्मीदवार विजयी रहे। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य में केवल दो ही अल्पसंख्यक उम्मीदवार उतारे थे। उसके बाद से पश्चिम बंगाल की राजनीति में बहुत बदलाव आए हैं और पार्टी माकपा को पछाड़ कर तृणमूल की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बन गई है।

भाजपा प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि राज्य में लगभग 30 फीसद मुस्लिम आबादी को देखते हुए पार्टी अधिकाधिक संख्या में मुस्लिम उम्मीदवार उतारने के बारे में विचार करेगी।

उन्होंने कहा कि पार्टी में धर्म के आधार पर टिकट नहीं बांटे जाते, लेकिन अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की ओर से हमें कई आवेदन मिल रहे हैं, जिनमें उनका कहना है कि वे हमारी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। पार्टी के पश्चिम बंगाल माइनोरिटी मार्चा के प्रमुख अली हुसैन का भी यही मानना है कि राज्य के चुनाव में मुस्लिम निर्णायक कारक हैं और पार्टी उनकी उपेक्षा का जोखिम नहीं उठा सकती। वहीं, तृणमूल नेता पार्थ चटर्जी का कहना है कि अल्पसंख्यकों का हम पर पूरा विश्वास है।


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