आतंकी फंडिंग मामले में अलगाववादियों से पूछताछ को स्वतंत्र हो NIA: भाजपा
भाजपा के अनुसार राष्ट्रीय जांच एजेंसी को कश्मीर में अलगाववादियों के खिलाफ 'टेरर फंडिंग' मामले में पूछताछ के लिए पूरी आजादी दी जानी चाहिए।
नई दिल्ली (एएनआई)। कश्मीर में अलगाववादियों के खिलाफ टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की वकालत करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को कहा कि इस मामले में जांच के लिए एजेंसी को पूरी आजादी मिलनी चाहिए।
भाजपा नेता राम माधव ने एएनआई को बताया, ‘किसी राजनीतिक पार्टी की ओर से एनआइए की जांच प्रक्रिया में बाधा नहीं डाली जानी चाहिए और उन्हें अपना काम करने देना चाहिए। एजेंसी ने आतंकी फंडिंग मामले में पूछताछ की है और कई गवाह भी मिले हैं जिसके अनुसार मामले में कार्रवाई की जाएगी।‘
कश्मीर में अलगाववादियों के खिलाफ कथित टेरर फंडिंग मामले की जांच अगर सरकार भी करती है तो घाटी में पत्थबाजों के खिलाफ धीरे-धीरे मामला तूल पकड़ता जा रहा है। NIA द्वारा पाकिस्तान से कथित आतंकी फंडिंग के लिए हुर्रियत नेताओं पर मामला दर्ज किया गया है और इस मामले में 28 व्हाट्सएप ग्रुप का भी पता चला है जिसके जरिए घाटी में पथराव जैसी घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। इन ग्रुप से करीब 6,000-7,000 युवक जुड़े हैं और पथराव के लिए पूछे जाने पर ये इसपर प्रतिक्रियाएं देते हैं। जिससे इन्हें ट्रैक किया जा रहा है। एजेंसी ने सैंकड़ो फेसबुक पेज की भी पहचान की है जो इस मामले से जुड़ा है।
एनआईए के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, हमलोग धीरे धीरे इनके खिलाफ सबूत इकट्ठा कर रहे हैं। सभी के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि नये प्रशासन और सेंट्रल एजेंसियों के तहत इस मामले से निबटने के लिए अपनाए जा रहे तरीके बदल गए हैं। अलगाववादियों और पत्थरबाजों से निपटने के लिए इन्हें पूरी तरह स्वतंत्र कर दिया गया है। एजेंसी सूत्रों का कहना है कि पत्थरबाजों का मामला आतंकी फंडिंग मामले की तुलना में काफी आसान है। इस मामले में 3-4 जून को कश्मीर, हरियाणा और दिल्ली के 26 स्थानों में एनआइए ने छापेमारी की।
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