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सिंहस्थ महाकुंभः अमित शाह ने साधु-संतों संग शिप्रा में लगाई आस्था की डुबकी

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज सिंहस्थ महाकुंभ के लिए उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने शिप्रा नदी में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान शाह ने कहा कि कुंभ लोगों को एक दूसरे से जोड़ने का माध्यम है

By Manoj YadavEdited By: Published: Wed, 11 May 2016 09:36 AM (IST)Updated: Wed, 11 May 2016 01:00 PM (IST)
सिंहस्थ महाकुंभः अमित शाह ने साधु-संतों संग शिप्रा में लगाई आस्था की डुबकी

उज्जैन। सिंहस्थ महाकुंभ में पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज अमृतमयी शिप्रा में डुबकी लगाई। इस दौरान उनके साथ अखाड़ा परिषद प्रमुख, मुख्यमंत्री, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और बड़ी संख्या में साधु-संत भी मौजूद थे।

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उज्जैन पहुंचे शाह ने कहा कि कुंभ लोगों को एक दूसरे से जोड़ने का माध्यम है। यही कामना है कि सिंहस्थ महाकुंभ के जरिए देश में सद्भाव और वसुदेव कुटुंबकम की भावना मजबूत हो और सबका कल्याण हो।

यहां वाल्मीकि धाम में आयोजित कार्यक्रम में साधु-संतों को सम्मानित करने के बाद श्री शाह ने कहा कि कुंभ ऐसा आयोजन है जिसमें एक समय और एक ही स्थान पर बिना किसी आमंत्रण के लाखों लोग पुण्य लाभ के लिए पहुंचते हैं। शाह ने कहा कुंभ का निमंत्रण किसी को नहीं दिया जाता, कुंभ एक आश्चर्य देने वाली घटना है। कुंभ में ईश्वर व्यवस्था करता है। उन्होंने प्रधानमंत्री की ओर से भी संतों को प्रणाम किया। इस दौरान उन्होंने सनातन धर्म और देश की संस्कृति का भी उल्लेख किया।शाह ने कहा कि यहां स्नान के साथ उनके चार कुंभ पूर्ण हो गए।

इसके बाद शाह ने मोक्षदायिनी शिप्रा नदी में साधु संतों के साथ स्नान किया। वाल्मीकि घाट संत समागम कार्यक्रम में शाह ने संतों का सम्मान किया। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान और भाजपा महासचिव भी उनके साथ मौजूद रहे। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी जी महाराज और प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह भी यहां मौजूद रहे।

स्नान के लिए रामघाट या दत्त अखाड़ा नहीं, बल्कि वाल्मीकि घाट का चुनाव किया गया है। यानी शाह इस घाट का चुनाव कर दलितों के बीच संदेश देना चाह रहे हैं। हालांकि पार्टी इस बात से इंकार कर रही है। भाजपा ने कई संतों को भी आमंत्रित किया है। समरसता स्नान को लेकर संतों के विरोध के बाद भाजपा ने अपने कदम पीछे खींच लिए थे, जिसके बाद कार्यक्रम को संत समागम का नाम दिया गया। अब शाह सामान्य तौर पर स्नान करेंगे।

शाही इंतजाम

स्नान के लिए मेला प्रशासन ने शाही इंतजाम किए हैं। घाट की साफ-सफाई, रंगाई-पुताई से लेकर ऑक्सीजनेशन प्लांट स्थापित कर नदी का पानी शुद्ध करने की कवायद की गई। इस कार्य पर लगभग 16 लाख स्र्पए खर्च आया। सुरक्षा के भी खास इंतजाम किए गए हैं।

आधा सिंहस्थ गुजर जाने के बाद किसी राजनीतिक दल के नेता के लिए लाखों रुपए खर्च कर किए जा रहे ये शाही इंतजाम शहर में खासी चर्चा का विषय बने हुए हैं। शाह का रामघाट या दत्त अखाड़ा घाट की बजाय वाल्मीकि घाट पर स्नान करेंगे। उनका स्नान शाही हो, इसके लिए मेला प्रशासन ने अब तक उपेक्षित रहे इस घाट को मंगलवार शाम दुल्हन की तरह सजा दिया है। घाट की साफ-सफाई, रंगाई-पुताई कराई कराई गई।

शिप्रा का पानी कांच की तरह साफ और शुद्ध बनाने के लिए ताबड़तोड़ नोएडा की पूरब लॉजिस्टिक कंपनी से ऑक्सीजनेशन प्लांट स्थापित कराया। कंपनी ने यहां नदी में 12 एरियेटर्स लगाए और 100 ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की मदद से पानी साफ करने की कवायद की।

दो फव्वारे और कपड़े बदलने के लिए अस्थायी चेंजिंग रूम बनाए गए। संपूर्ण क्षेत्र को मालवी परंपरा अनुसार रंग-बिरंगी लिग्गियों से सजाया गया। घाट को खूशबूदार बनाने के लिए लेमन ग्राम और रूम फ्रेशनर स्प्रे छिड़कवाने का बंदोबस्त किया है। सुरक्षा बतौर स्पेशल फोर्स तैनात किया गया है। व्यवस्थाएं देखने मंगलवार शाम प्रभारी मंत्री भूपेंद्रसिंह और स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन भी पहुंचे।

आज शाह कब, कहां होंगे

वाल्मीकि धाम : जूना सोमवारिया रोड स्थित वाल्मीकि धाम में स्नान के बाद पार्टी और आमजन को संबोधित किया।

दीनदयालपुरम् : उजरखेड़ा मेला क्षेत्र स्थित दीनदयालपुरम् कैम्प में दोपहर 12.30 से 2 बजे तक रहेंगे और स्थानीय मुद्दों पर कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे।

सर्किट हाउस : देवास रोड स्थित सर्किट हाउस पर दोपहर 2.15 से 3 बजे तक रहेंगे और पार्टी नेताओं से चर्चा करेंगे।

महाकाल मंदिर : दोपहर 3 बजे महाकाल मंदिर जाएंगे और आधे घंटे ठहरकर इंदौर रोड स्थित ग्राम निनौरा प्रस्थान करेंगे।

वैचारिक कुंभ स्थल निनौरा : शाम 5.45 बजे निनौरा में होने वाले वैचारिक कुंभ स्थल पहुंचकर व्यवस्थाएं देख पौने सात बजे इंदौर रवाना होंगे।


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