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समय पूर्व चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। समय से पहले लोकसभा चुनाव की अटकलों के बीच भाजपा भी तैयारियों में जुट गई है। बूथ स्तर पर प्रबंधन से लेकर चुनावी मुद्दों और अंतिम चुनावी प्रचार तक की रणनीति को अमलीजामा पहनाने का काम शुरू हो गया है। दिन भर चले मंथन में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पूरे देश से आए प्रदेश अध्यक्षों और संगठन मंत्रियों को आगे का काय

By Edited By: Published: Sun, 07 Apr 2013 09:52 PM (IST)Updated: Sun, 07 Apr 2013 10:07 PM (IST)
समय पूर्व चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। समय से पहले लोकसभा चुनाव की अटकलों के बीच भाजपा भी तैयारियों में जुट गई है। बूथ स्तर पर प्रबंधन से लेकर चुनावी मुद्दों और अंतिम चुनावी प्रचार तक की रणनीति को अमलीजामा पहनाने का काम शुरू हो गया है। दिन भर चले मंथन में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पूरे देश से आए प्रदेश अध्यक्षों और संगठन मंत्रियों को आगे का कार्यरूप थमाकर जीत के लिए लड़ाई का मंत्र दिया है। तो गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आक्रामक रणनीति और सोशल मीडिया का सहारा लेकर जनमानस का दिल जीतने का सुझाव दिया।

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रविवार को दिल्ली में राजनाथ की नई टीम पहली बार इकट्ठी बैठी तो नजर चुनाव पर थी। राजनाथ के साथ-साथ लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, डॉ. मुरली मनोहर जोशी और दूसरे नेताओं ने संबोधित किया। राजनाथ ने संगठन को नीचे तक मजबूत करने के साथ चुनावी तैयारी का निर्देश दिया। दरअसल, पूरी तैयारी इस लिहाज से होगी कि समय पूर्व चुनाव हों तो भी पार्टी हर संसदीय क्षेत्र में तैयार रहे। मुद्दों को लेकर कार्यकर्ता जागरूक रहें और नेताओं तथा कार्यकर्ताओं के बीच पूरा सामंजस्य हो। चुनाव में पार्टी 'सुशासन संकल्प, भाजपा विकल्प' का नारा लेकर उतरेगी। राजनाथ ने कहा कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ जनाक्रोश है और भाजपा के लिए अनुकूल माहौल। जरूरत सिर्फ कमर कसने की है। खासकर बूथ लेवल प्रबंधन जरूरी है। राजनाथ ने नेताओं को बयानबाजी से भी बचने के लिए आगाह किया। उन्होंने कहा, 'मुझे पता है कि आप में से कइयों को नए-नए प्रधानमंत्री बनाने की क्षमता है, लेकिन यह काम आप पार्टी पर छोड़ दें।'

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने तर्को के सहारे नेताओं का मनोबल बढ़ाया। 2009 चुनाव नतीजों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि संप्रग को मुख्यत: छह राज्यों से शक्ति मिली थी। अब सभी छह राज्यो, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की हालत पतली है। तृणमूल और द्रमुक साथ छोड़ चुका है तो आंध्र में पार्टी टूट चुकी है। दूसरे राज्यों में भी इस बार स्थिति ठीक नहीं है। तो सुषमा स्वराज का कहना था कि भाजपा के सुशासन की बात करते हुए दूसरे राज्यों में हो रहे अच्छे कामों का भी उल्लेख करना चाहिए। राजनीतिक सत्र के समापन भाषण में आडवाणी ने राजग काल के सुशासन का हवाला देते हुए आगामी चुनाव के लिए महंगाई, भ्रष्टाचार और काले धन को चुनावी मुद्दा करार दिया।

मोदी ने दिया सोशल मीडिया का मंत्र

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। लगातार तीसरी बार गुजरात की सत्ता में काबिज हुए नरेंद्र मोदी के चुनावी प्रबंधन गुर ने नेताओं को खूब लुभाया। गुजरात चुनाव में 3डी प्रचार का इस्तेमाल कर चुके मोदी ने नेताओं को सोशल मीडिया की ताकत का अहसास कराया। उन्होंने कहा कि 2014 तक देश में 14 करोड़़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करेंगे। भाजपा को उन तक पहुंचना होगा।

चुनावी रणनीति के मंथन में जुटी भाजपा की बैठक में मोदी ने भी लगभग 20 मिनट तक संबोधन किया। सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा कि 2004 के चुनाव में कांग्रेस 11 करोड़ मतदाताओं का वोट लेकर सत्ता में आई थी। जबकि 2014 तक इससे ज्यादा लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे होंगे। उन्हें नहीं छोड़ा जा सकता है। लिहाजा, पारंपरिक चुनावी प्रचार के साथ-साथ सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना होगा। मोदी का यह मंत्र इसलिए अहम है क्योंकि भाजपा की नजर इस बार युवाओं पर होगी। यह वर्ग खासकर सोशल मीडिया से प्रभावित है। अन्ना हजारे के प्रदर्शन और दिल्ली के गैंगरेप कांड में भी इस मीडिया की ताकत साबित हो चुकी है। गौरतलब है कि 2004 चुनाव में भी भाजपा ने हाईटेक चुनाव प्रचार का सहारा लिया था, लेकिन तब सोशल मीडिया अस्तित्व में नहीं था।

सुशासन का हवाला देते हुए मोदी ने भाजपा शासित राज्यों की उपलब्धियों का बखान करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि जिस राज्य में भाजपा कभी नहीं रही है वहां कांग्रेस शासन की खामियों को आक्रामक तरीके से गिनाना होगा।

छह महीने का कार्यक्रम तैयार

नई दिल्ली। अगले छह महीने का कार्यक्रम तय कर भाजपा चुनावी मैदान में उतर गई है। कांग्रेस के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने के लिए उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी के नेतृत्व में समिति बना दी गई है। वहीं, युवाओं के मुद्दे पर रणनीति बनाने का जिम्मेदारी दूसरी कमेटी को दी गई है जिसमें राजनाथ सिंह के राजनीतिक सलाहकार और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी समेत महासचिव वरुण गांधी शामिल होंगे।

मिशन 2014 पर क्रियान्वयन से पहले दो महत्वपूर्ण समितियां बनाई गई है। कांग्रेस सरकार के खिलाफ चार्जशीट बनाने का जिम्मा नकवी के साथ-साथ बलबीर पुंज, जेपी नड्डा, निर्मला सीतारमण और प्रभात झा को दिया गया है। युवाओं पर रणनीति तय करने की जिम्मेदारी युवा मोर्चा के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर, पूनम महाजन और वाणी त्रिपाठी को दी गई है।

रणनीति के अनुसार कर्नाटक चुनाव के बाद से पार्टी 'गांव चलो घर चलो' की मंशा मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश करेगी। बूथ स्तर तक कमेटियां बनाने के साथ ही कार्यकर्ताओं को नए सिरे से जोड़ा जाएगा। इसमें महिलाओं और युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। बूथ स्तर से लेकर संसदीय क्षेत्र स्तर तक कार्यकर्ताओं के सम्मेलन होंगे और बाद में बड़ी रैलियां होंगी।

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