TMC कार्यकर्ताओं ने की BJP कार्यालय में तोड़फोड़, TMC सांसद गिरफ्तार
रोजवैली चिटफंड घोटाले में सीबीआइ ने टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय को गिरफ्तार किया, जिसके बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा दफ्तर में तोड़फोड़ की।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। रोजवैली चिटफंड घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस के एक और सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को सीबीआई की तरफ से गिरफ्तार करने के बाद टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कोलकाता में जमकर हंगामा किया। उन लोगों ने कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी कार्यलय में हमला बोल दिया। इस घटना में भाजपा के 12 स्थानीय कार्यकर्ता घायल हुए हैं जिनमें से दो की हालत काफी गंभीर बनी हुई है।
भाजपा कार्यलय पर टीएमसी कार्यकर्ताओं की तरफ से किए गए इस हमले की कड़ी आलोचना की गई है। पश्चिम बंगाल के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा टीएमसी के गुंडों द्वारा योजना बनाकर भाजपा के कार्यालय पर हमलाकिया गया है।
TMC कार्यकर्ताओं ने BJP दफ्तर में की तोड़फोड़, देखें तस्वीरें
गौरतलब है कि सीबीआइ ने तृणमूल कांग्रेस के एक और सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय को भी मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। सुदीप पर रोजवैली चिटफंड घोटाले में शामिल होने और आर्थिक मदद लेने का संदेह है। रोजवैली चिटफंड मामले में सीबीआइ द्वारा एक सप्ताह के भीतर तृणमूल के दूसरे सांसद की गिरफ्तारी है। सीबीआइ सुदीप को भी भुवनेश्वर ले जाने की तैयारी कर रही है। बुधवार को शारीरिक जांच कराने के बाद सीबीआइ सुदीप को भुवनेश्वर अदालत में पेश कर अपने हिरासत में लेने की कोशिश करेगी।
चार घंटे पूछताछ के बाद हुई गिरफ्तारी
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रोजवैली स्कैम मामले में तीन बार समन जारी करने के बाद इस दिन दोपहर सुदीप बंद्योपाध्याय विधाननगर कमिश्नरेट अंतर्गत सॉल्टलेक स्थित सीबीआइ कार्यालय सीजीओ कॉम्पलेक्स पहुंचे थे। वहां सीबीआइ के एसपी और आइजी रैंक के अधिकारियों की मौजूदगी में दो चरण में करीब चार घंटे तक पूछताछ की गई। सूत्रों की मानें तो सीबीआइ ने रोजवैली से जुड़े कई ऐसा सवाल पूछे, जिसका सुदीप ने जवाब नहीं दिया। जिन सवारों के जवाब दिये उसमें भी अंतर मिले। इसके बाद सीबीआइ ने सुदीप को गिरफ्तार कर लिया।
बार-बार टालने के बाद भी नहीं बचे सुदीप
मालूम हो कि रोजवैली स्कैम मामले में पूछताछ के लिए सीबीआइ ने सुदीप को तीन बार समन जारी किया था। पर सुदीप कभी संसद सत्र का, तो कभी व्यस्तता का हवाला देकर तिथि बढ़वा ली। वह इस बार भी तिथि और आगे बढ़वाना चाहते थे, लेकिन सीबीआइ ने ऐसा करने से मना कर दिया।
तापस को फिर चार दिनों की सीबीआइ हिरासत
रोजवैली चिटफंड स्कैम में सीबीआइ द्वारा गत 30 दिसंबर को गिरफ्तार तृणमूल सांसद तापस पाल को मंगलवार को भुवनेश्वर अदालत में दूसरी बार पेश किया गया। सरकारी अधिवक्ता की ओर से पेश की गई दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश ने तापस को फिर से चार दिनों के लिए सीबीआइ हिरासत में भेज दिया।
सुदीप और तापस को आमने-सामने बिठा कर पूछताछ की तैयारी
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रोजवैली चिटफंड स्कैम में गिरफ्तार सांसद तापस पास और सुदीप बंद्योपाध्याय को सीबीआइ एक साथ बिठा कर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। सूत्रों की मानें तो सीबीआइ के पास कई ऐसे सवाल हैं, जिन्होंने अलग-अलग पूछताछ के दौरान दोनों ही हैवीवेट नेताओं ने जवाब नहीं दिया या टाल गए। सीबीआइ दोनों नेताओं को आमने-सामने बिठा कर उन सवालों के ही जवाब जानने की कोशिश करेगी।
छह और नेताओं के नाम आ रहे सामने
रोजवैली स्कैम में तृणमूल के छह और नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। इसमें दो ऐसे कद्दावर नेता हैं, जिनका कद गिरफ्तार तृणमूल सांसद तापस पाल से भी बड़ा है। सीबीआइ दो-चार दिनों के भीतर उन्हें नोटिस भेज कर सीबीआइ बुलाने की कवायद शुरू कर दी है। सीबीआइ सूत्रों की मानें तो तापस जैसे नेता छोटे मोहरे हैं। इसमें बड़े मोहरे भी हैं।
होटल व्यापार को बढ़ाने में तापस-सुदीप ने की अहम मदद
सीबीआइ की मानें तो रोजवैली समूह के मालिक गौतम कुंडू के होटल व्यापार को बढ़ाने में सांसद तापस और सुदीप ने अहम भूमिका निभाई थी। दोनों नेताओं ने अपने पद, पहचान और प्रभाव का इस्तेमाल कर रोजवैली के होटल व्यापार को बढ़ाने में ‘मास्टर की’ का रोल निभाया था। रोजवैली चिटफंड स्कैम का भंडाफोड़ होने के बाद जांच में उतरी सीबीआइ को सबसे पहले इसी का पता चला था।
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सुदीप पर क्या-क्या हैं आरोप
तृणमूल के गिरफ्तार सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय पर कई गंभीर आरोप लगे हैं।
1. सांसद पद के प्रभाव का इस्तेमाल कर रोजवैली के कारोबार को बुलंदियों पर पहुंचाने में मदद
2. केंद्रीय जांच एजेंसियों की नजर से रोजवैली चिटफंड कंपनी बचाने
3. दिल्ली स्थित अपने आवास पर कई बार रोजवैली समूह के मालिक गौतम कुंडू ने बैठक करने
4. रोजवैली के साथ मोटी आर्थिक राशि लेने का
5. अनगिनत बार रोजवैली के वाहन का इस्तेमाल करने