नई दिल्ली, पीटीआई। भाजपा के सांसद महेश जेठमलानी ने शुक्रवार को विपक्ष के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अदाणी मामले में जांच कराने की मांग का कोई औचित्य नहीं है। विपक्ष ने आरोप लगाया था कि अदाणी समूह में एलआईसी द्वारा निवेश सरकार के इशारे पर किया गया था। भाजपा सांसद ने कहा कि इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग सही नहीं है।
भाजपा सांसद ने विपक्ष के आरोपों को किया खारिज
बता दें कि अदाणी मामले को लेकर लोकसभा में विपक्ष के सांसदों ने हंगामा किया। विपक्षी सांसदों ने जेपीसी द्वारा इस मामले की जांच कराने की मांग की। इसपर भाजपा सांसद ने कहा कि अगर निवेशों में कोई गड़बड़ी है, तो भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा इसकी जांच की जाएगी।
जेठमलानी ने विपक्ष की मांग को बताया गलत
भाजपा सांसद जेठमलानी ने कहा, 'सरकार का इससे क्या लेना-देना है? किसी ने यह नहीं बताया कि इसमें सरकार की क्या भूमिका है? एलआईसी एक स्वतंत्र संगठन है। उन्होंने खुद अदाणी समूह में कुछ निवेश करने का फैसला किया।' अदाणी मामले में जेपीसी जांच की विपक्ष की मांग पर जेठमलानी ने कहा, 'सेबी और आरबीआई इस पर गौर करेंगे। उनकी रिपोर्ट आने दीजिए। जेपीसी जांच की मांग उचित नहीं है।'
बीबीसी की विवादित डॉक्युमेंट्री पर बोले जेठमलानी
बता दें कि विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया था कि एलआईसी द्वारा अदाणी समूह में निवेश सरकार के इशारे पर किया गया था। इसके साथ ही जेठमलानी ने बीबीसी की विवादित डॉक्युमेंट्री पर भी सवाल किया। उन्होंने विवादित डॉक्युमेंट्री पर का कहा कि इसके पीछे चीन की गलत मंशा है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे चीन ने फंडिंग किया है।