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भाजपा खेल सकती है आयकर छूट का दांव

हर आम बजट से पहले आयकर में मिलने वाली छूट पर टकटकी लगाए रखने वाले मतदाताओं को भाजपा तोहफे का संकेत दे सकती है। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के घोषणा पत्र मे 'चौंकाने वाले सुखद' उपहारों की घोषणा हो सकती है। माना जा रहा है कि पिछली कई रैलियों में आयकर सुधार का

By Edited By: Published: Mon, 31 Mar 2014 12:43 AM (IST)Updated: Mon, 31 Mar 2014 07:40 AM (IST)
भाजपा खेल सकती है आयकर छूट का दांव

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। हर आम बजट से पहले आयकर में मिलने वाली छूट पर टकटकी लगाए रखने वाले मतदाताओं को भाजपा तोहफे का संकेत दे सकती है। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के घोषणा पत्र मे 'चौंकाने वाले सुखद' उपहारों की घोषणा हो सकती है। माना जा रहा है कि पिछली कई रैलियों में आयकर सुधार का वादा कर रहे नरेंद्र मोदी और भाजपा आयकर सीमा में खासी बढ़ोतरी कर सकते हैं। सोमवार को संसदीय बोर्ड की बैठक में घोषणा पत्र पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।

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सूत्रों की मानें तो भाजपा अपना घोषणा पत्र तीन अप्रैल को जारी करेगी। घोषणा पत्र का सबसे आकर्षक हिस्सा तो आर्थिक मुद्दों पर आधारित होगा, लेकिन इसमें महिला, बेटी, बचपन और सामाजिक सुरक्षा का भी वादा होगा। गौरतलब है कि पिछले चार-पांच महीनों से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और अन्य नेता जिन मुद्दों पर सार्वजनिक चर्चा करते रहे हैं, उन्हें ही घोषणा पत्र में पिरोया गया है। मसलन, किसानों की उपज खरीद के लिए एफसीआइ को मजबूत करना, बिजली ग्रिड की तर्ज पर ही पानी का ग्रिड तैयार करना, युवाओं के लिए रोजगार का वादा करना, आंतरिक व बाह्यं सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने जैसे मुद्दे शामिल हैं। पार्टी के एक नेता के अनुसार, गुजरात में चल रही योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना की तर्ज पर कुछ अन्य योजनाएं चलाने का भी आश्वासन होगा। किसानों व मजदूरों के लिए स्वास्थ्य बीमा जैसी योजनाओं का भरोसा दिया जा सकता है।

केंद्रीय कार्यकारिणी में होने वाली भाजपा संसदीय बोर्ड में सभी बिंदुओं पर चर्चा होगी। खासतौर से आयकर में छूट की सीमा को लेकर सर्व सम्मति बनाने की कोशिश होगी। दरअसल, कुछ नेताओं का मानना है कि इस सीमा में बड़ी छूट देनी चाहिए, ताकि सिर्फ वेतन पर जीने वाले निम्न मध्यम वर्ग के लोग प्रत्यक्ष कर से मुक्त हो सकें। हालांकि, इस मुद्दे पर पार्टी में मतभेद की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।

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