‘लोकतंत्र की हत्या’ जैसा है गोवा में भाजपा सरकार का आगमन: शिवसेना
गोवा में 13 सीटों पर जीत व अन्य से समर्थन हासिल कर भाजपा ने सरकार का गठन किया है जिसे शिवसेना ने लोकतंत्र की हत्या करार दिया है।
मुंबई (एएनआई)। शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर गुरुवार को हमला करते हुए कहा कि गोवा में सरकार का गठन 'लोकतंत्र की हत्या' के बराबर है और लोकतंत्र को ऐसी घटनाओं को संभालने के लिए 'शक्ति' की कामना की है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में छपे एक संपादकीय के जरिए बताया, ‘गोवा में भाजपा द्वारा फैलाए गए राजनीतिक अराजकता को लोकतंत्र की हत्या के अलावा दूसरा कुछ नहीं कह सकते। हालांकि यह दूसरी बात है कि गोवा में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। पहले भी ऐसी घटनाएं हुई हैं, घटनाओं की सूची में यह एक अतिरिक्त घटना है। हम ऐसी घटनाओं को संभालने के लिए लोकतंत्र को शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं।‘
संपादकीय में आगे कहा गया है कि पांच राज्यों में हुए चुनावों में भाजपा को हार भी मिली थी, पार्टी का कोई एक्सपर्ट परिणामेां के बारे में बोलने को तैयार नहीं है। संपादकीय में पूछा गया है,’गोवा ने भाजपा को नकार दिया था और इकलौती सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर कांग्रेस को 17 सीटों के साथ चुना था। यह किसकी हार है?’
मंगलवार को पूर्व रक्षा मंत्री और भाजपा नेता मनोहर पर्रीकर ने गोवा के 13वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लिया। गोवा की गवर्नर मृदुला सिन्हा ने पणजी के राजभवन में पर्रीकर को शपथ दिलवाया। पर्रीकर के शपथ समारोह में हिस्सा लेने से सुप्रीम कोर्ट ने इंकार कर दिया और फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया था जिसे आज पर्रीकर ने सफलतापूर्वक पास कर लिया।
40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में भाजपा को 13 सीटों पर जीत मिली। इसके बाद गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन विधायक, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन विधायक और दो स्वतंत्र विधायकों ने पर्रीकर को अपना समर्थन दिया। गोवा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 17 सीटों पर जीत हासिल की।
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