पश्चिम बंगाल साधने की तैयारी में बीजेपी, इसी महीने PM मोदी और शाह करेंगे दौरा
बिहार चुनाव के बाद भाजपा की नजर अब बंगाल विधानसभा चुनाव पर है। पीएम मोदी और अमित शाह इसी महीने बंगाल का दौरा कर सकते हैं। अमित शाह जनवरी 2026 से हर मह ...और पढ़ें

PM मोदी और शाह करेंगे पश्चिम बंगाल का दौरा। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बिहार चुनाव के बाद अब भाजपा की नजर आगामी वर्ष होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव पर है। चुनाव अभियान को धार देने के लिए भाजपा ने अपनी रणनीति को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
प्रदेश भाजपा के नेताओं के मुताबिक इसी माह के मध्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बंगाल दौरा शुरू हो सकता है। इस समय बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण(एसआइआर) का कार्य चल रहा है, जिसमें नेता व कार्यकर्ता भी जुटे हुए हैं।
भाजपा की बंगाल चुनाव पर नजर
जानकारी के अनुसार, मोदी दिसंबर के तीसरे और शाह महीने के अंत में बंगाल के दौरे पर आ सकते हैं। हालांकि प्रदेश भाजपा का कहना है कि अभी आधिकारिक रूप से पीएम व गृहमंत्री के दौरे का कार्यक्रम नहीं बना है।
परंतु, खबर है कि शाह जनवरी 2026 से आचार संहिता लागू होने तक वे हर महीने दो दिनों के लिए बंगाल का दौरा करेंगे ,जिसमें वह कार्यकर्ताओं, बूथ स्तरीय टीम और संगठनात्मक नेतृत्व के साथ महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे। इसके साथ ही बड़ी रैलियां, कोर कमिटी मीटिंग और चुनावी तैयारियों की विस्तृत समीक्षा भी की जाएगी।
मोदी और शाह का बंगाल दौरा
भाजपा ने संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करने के लिए बड़े बदलाव किए हैं। भूपेंद्र यादव को बंगाल का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है। विप्लव देव सह-प्रभारी की भूमिका निभा रहे हैं। पार्टी ने छह राज्यों के संगठन मंत्रियों को बंगाल के पांच बड़े जोनों में जिम्मेदारी सौंपी है।
इसके साथ ही छह वरिष्ठ नेताओं को भी पांच महीनों के लिए बंगाल में तैनात किया गया है। ये सभी नेता बंगाल में रहकर चुनावी प्रबंधन को गति देंगे।
बूथ स्तर तक संगठन मजबूत
राढ़ बंग क्षेत्र की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ के संगठन मंत्री पवन साईं को दी गई है। उनके साथ उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत भी रहेंगे ताकि पुरुलिया, पश्चिम बर्द्धमान जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जमीन मजबूत की जा सके।
हावड़ा,हुगली,मेदिनीपुर क्षेत्र की कमान दिल्ली के संगठन मंत्री पवन राणा के पास होगी। भाजपा का लक्ष्य स्पष्ट है-पांच राज्यों में मजबूत चुनावी उपस्थिति और संगठन को बूथ स्तर तक सक्रिय करना। आने वाले महीनों में इन राज्यों में अमित शाह के लगातार दौरे चुनावी माहौल को पूरी तरह गर्माने वाले हैं।

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