समाजवादी पार्टी की कलह से प्रभावित भारतीय जनता पार्टी के दावेदार
अब यह तय माना जा रहा है कि टिकट वितरण के लिए आखिरी समय तक का इंतजार करना पड़ सकता है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सपा के अंदर खुली कलह से भाजपा भी प्रभावित है। गाज उन प्रत्याशियों पर गिरी है जो जल्द उम्मीदवारी की घोषणा की आस लगाए बैठे थे। अब यह तय माना जा रहा है कि टिकट वितरण के लिए आखिरी समय तक का इंतजार करना पड़ सकता है। सपा के टिकट वितरण के बाद हर पहलू पर विचार के पश्चात ही भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा होगी।
गौरतलब है कि इस बार भाजपा अक्टूबर माह से ही थोड़े-थोड़े समूह में प्रत्याशियों की घोषणा करने का मन बना रही थी। सूत्रों के अनुसार खुद पार्टी अध्यक्ष भी चाहते थे कि ज्यादा से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए जाएं ताकि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में जुट सकें। लेकिन सपा की कलह ने मुश्किल खड़ी कर दी है। परिवार की आग बुझने की बजाय धीरे धीरे बढ़ती जा रही है।
पढ़ें- लालू-नीतीश ने स्वीकर किया मुलायम का न्यौता, विशेष विमान से जाएंगे लखनऊ!
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चुनावी अभियान शुरू कर सकें उससे पहले प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अभियान छेड़ दिया है और निशाने पर विपक्षी दलों की बजाय अपने ही लोग हैं। ऐसे में यह तय है कि सपा की बड़ी लड़ाई टिकट वितरण के वक्त ही दिखेगी। अखिलेश और शिवपाल का रुख सख्त है और ऐसे में लड़ाई और बढ़कर दोफाड़ की स्थिति पैदा कर दे इसमें बहुत आश्चर्य भी नहीं है।
भाजपा को यही स्थिति डरा रही है। एक तरफ जहां यह अल्पसंख्यकों के ध्रुवीकरण का कारण बन सकता है वहीं पहले टिकट वितरण भी समस्या खड़ी कर सकता है। दरअसल एक तरफ जहां कांग्रेस की ओर से अखिलेश को परोक्ष संकेत दिया जा रहा है वहीं शिवपाल भी अन्य छोटे दलों को जोड़ने की कोशिश में लगे हैं। जाहिर है कि स्थिति सामान्य नहीं होगी। भाजपा अब उसके अनुरूप ही टिकट की घोषणा करेगी।
पढ़ें- मुलायम को अब आई महागठबंधन की याद, शरद से मिले शिवपाल यादव