भाजपा का कांग्रेस पर हमला, कहा- कांग्रेस शासनकाल में बिना रिश्वत के नहीं हुई एक भी रक्षा खरीद
रिश्वत की राशि किस तरह आई इसकी परत खुल रही है लेकिन इन लोगों ने कई फर्जी कंपनियां बनाकर उसे घुमाया है ताकि उसका पता न चल सके। इसमें देर हो रही है लेकिन मोदी सरकार सच्चाई की तह तक पहुंच कर रहेगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टर घोटाला मामले में जहां एक के बाद एक कांग्रेस नेताओं के नाम जु़ड़ रहे हैं, वहीं भाजपा इसे सीधे तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से जोड़ने में जुट गई है। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के बाद बुधवार को फिर से भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्द्धन सिंह राठौर ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से पूछा कि उनकी चुप्पी का क्या मतलब समझा जाए।
भ्रष्टाचार और कांग्रेस एक दूसरे का पर्याय: भाजपा
राठौर ने कहा कि कांग्रेस काल में अब तक एक भी ऐसी रक्षा खरीद नहीं हुई जिसमें रिश्वत न लिया गया हो। ऐसे में कांग्रेस जिम्मेदारी और जवाबदेही से नहीं बच सकती है। कांग्रेस और भ्रष्टाचार पर्यायवाची बन गए हैं। ऐसे में जवाब नहीं आने का अर्थ साफ है।
हेलीकाप्टर घोटाले पर कांग्रेस की चुप्पी
जम्मू-कश्मीर और गुपकार पर तो कांग्रेस की ओर से सफाई आई लेकिन हेलीकाप्टर घोटाले पर कांग्रेस की ओर से कोई बयान नहीं आया। ऐसे मे बुधवार को भाजपा ने अपना हमला और तेज कर दिया। राठौर ने कहा कि तत्कालीन रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने खुद माना था कि इस मामले में भ्रष्टाचार हुआ है।
मिशेल ने की थी इटालियन लेडी और उनके बेटे की बात
राठौर ने कहा कि 2009 में क्रिश्चियन मिशेल ने कंपनी को जानकारी दी थी कि 'पार्टी के वरिष्ठ लोगों द्वारा प्रधानमंत्री पर दबाव बनाया है। एक इटालियन लेडी के बेटे से मुलाकात की है जो प्रधानमंत्री बनने वाले हैं। बेटे को कहा गया है कि वह अपनी मां को समझाएं.. पार्टी के प्रमुख लोगों की ओर से अगस्ता वेस्टलैंड को मदद मिल रही है।' राठौर ने कहा कि इसका क्या अर्थ है। हर व्यक्ति समझ रहा है कि इटालियन लेडी और उसके बेटे का क्या मतलब है। एक अन्य आरोपी राजीव सक्सेना ने तो परिवार के करीबी अहमद पटेल समेत कई लोगों के नाम भी लिए हैं, लेकिन भाजपा द्वारा बार-बार पूछे जाने के बाद भी कांग्रेस नेतृत्व चुप है। राठौर ने कहा कि सोनिया और राहुल की ओर से क्यों नहीं जवाब आ रहा है। इसका एक ही अर्थ है कि पूरा कांग्रेस भ्रष्टाचार का पर्याय है।
राठौर ने कहा- रिश्वत की राशि किस तरह आई इसकी परत खुलेगी
एक सवाल के जवाब में राठौर ने कहा कि रिश्वत की राशि किस तरह आई इसकी परत खुल रही है, लेकिन इन लोगों ने कई फर्जी कंपनियां बनाकर उसे घुमाया है ताकि उसका पता न चल सके। इसमें देर हो रही है, लेकिन मोदी सरकार सच्चाई की तह तक पहुंच कर रहेगी। राठौर ने कहा कि कांग्रेस काल में, उनके शीर्ष नेताओं के संरक्षण में यह खेल चलता रहा है। यही कारण है कि तब हर रक्षा सौदा बिचौलिए के माध्यम से होता था। अब मोदी सरकार में खरीद हो रही है तो दो सरकारों के बीच समझौता होता है। यहां बिचौलिए गायब कर दिए गए हैं, कांग्रेस काल में बिचौलिए राज करते थे।