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बिहार और असम में बाढ़ से हालात बिगड़े, 134 लोगों की मौत; 75 लाख प्रभावित

बिहार उत्तर प्रदेश और असम के कई जिले बाढ़ से बूरी तरह से प्रभावित हैं। अकेल बिहार में ही 75 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।

By Manish PandeyEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 09:10 AM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 09:10 AM (IST)
बिहार और असम में बाढ़ से हालात बिगड़े, 134 लोगों की मौत; 75 लाख प्रभावित
बिहार और असम में बाढ़ से हालात बिगड़े, 134 लोगों की मौत; 75 लाख प्रभावित

नई दिल्ली, एजेंसियां। देश के कई राज्यों में बाढ़ से हालात खराब हो गए हैं। नदियों के लागातार बढ़ते जल स्तर की वजह से बाढ़ का पानी नए इलाकों में घुस गया है। बिहार और असम बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बिहार में बाढ़ से 75 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि असम में 14 हजार लोगों इससे जूझ रहे हैं। राज्य सरकारें युद्ध स्तर पर राहत और बचाव अभियान चला रही है। देश के बाढ़ग्रस्त राज्यों में लोगों तक मदद पहुंचाने के लिए केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने हर घर तक राशन पहुंचाने की बात कही है।

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बिहार में 75 लाख प्रभावित

बढ़ से सबसे ज्यादा बूरा हाल बिहार का है। राज्य के नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे 16 जिलों में 62,000 और लोग प्रभावित हुए हैं। इस तरह अब तक 75 लाख से अधिक लोग बाढ़ का संकट झेल चुके हैं। मंगलवार तक बाढ़ प्रभावित पंचायतों की संख्या 1,240 से बढ़कर 1,260 हो गई। राज्य में बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण बाढ़ से प्रभावित हुए हैं

बाढ़ और भूस्खलन से 136 की मौत 

वहीं, असम में तीन और जिलों में करीब 14,000 लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं। इससे पहले राज्य के चार जिलों में 9,200 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित थे। धेमाजी, बकसा और मोरीगांव जिलों में बाढ़ के कारण 13,800 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। सर्वाधिक बुरी तरह प्रभावित धेमाजी में 12,000 से अधिक लोग पीडि़त हैं। इसके बाद बकसा में 1,000 और मोरीगांव में 800 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इस साल बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 136 लोगों की जान जा चुकी है जिनमें 110 लोग बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में मारे गए और 26 लोगों की मौत भूस्खलन में हो गई। प्राधिकरण के अनुसार इस समय 89 गांव जलमग्न हैं और पूरे राज्य में 5,984 हेक्टेयर खेतों में खड़ी फसल तबाह हो गई है।

उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में बाढ़

उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में 517 गांव बाढ़ की चपेट है। आपदा नियंत्रण के लिए राज्य व जिला स्तर पर कंट्रोल रूम को 24 घंटे सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए है। राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं बाढ़ प्रभावित जिलों की निगरानी कर रहे है। ऊपरी क्षेत्रों में स्थित बांधों व जलाशयों से पानी छोड़े जाने की लगातार जानकारी रखने के निर्देश दिए गए है। वरिष्ठ अधिकारियों को तटबंधों का नियमित निरीक्षण करने को कहा गया है। उन्होंने दावा किया कि अमूमन सभी तटबंध सुरक्षित है। एनडीआरएफ की 15 टीमें तथा एसडीआरएफ व पीएसी की सात टीमें तैनाती की गयी है। कुल 644 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है।


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