नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। जी-20 की मेजबानी निश्चित ही भारत के लिए बड़े गौरव की बात है। ऐसे में वह इसको सिर्फ बैठकों तक ही सीमित नहीं रखना चाहेगा बल्कि इसे देश के लिए एक यादगार आयोजन का स्वरूप भी देने की तैयारी में है। जिसमें सभी वर्गों की हिस्सेदारी रहेगी।

सभी स्कूलों को मुहिम से जोड़ने की तैयारी

फिलहाल जो बड़ी पहल की गई है, वह शिक्षा मंत्रालय से जुड़ी है। जिसमें स्कूलों में कक्षा छह से बारहवीं तक पढ़ने वाले छात्रों के लिए जी- 20 से जुड़ी एक विशेष अध्ययन सामग्री तैयार की गई है। जो उन्हें पढ़ने के लिए दी जाएगी। इसके आधार ही उनसे जी-20 की बैठकों से जुड़े कुछ सवाल भी किए जाएंगे। साथ ही वह बैठकों को लेकर अपने सुझाव भी दे सकेंगे।

छात्रों के लिए तैयार किया जी-20 पर आधारित अध्ययन सामग्री

स्कूलों बच्चों के लिए जी- 20 से जुड़ी यह अध्ययन सामग्री एनसीईआरटी ( राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) की मदद से दो खंडों में तैयार की गई है। पहला खंड कक्षा छह से आठ तक के छात्रों के लिए है, जबकि दूसरा खंड नौवीं से बारहवीं तक के लिए छात्रों के लिए है। यह बच्चों के स्तर को देखते हुए ही डिजाइन किया गया है। एनसीईआरटी के मुताबिक इस पहल से सभी स्कूलों को जोड़ा जाएगा।

कोर्स के अतिरिक्त गतिविधियों का यह होगा हिस्सा

यह कोर्स के अतिरिक्त गतिविधियों का हिस्सा होगा। इस दौरान छात्रों को जी-20 के बारे में बताया जाएगा। इसके उद्देश्यों और इनमें शामिल सभी देशों की संस्कृति और इतिहास से उन्हें परिचित करना है। जी- 20 किन-किन क्षेत्रों में कार्य करता है। इसका लोगो क्या है। भारत ने इसका जो लोगो तय किया है, उसका क्या उद्देश्य है। इनमें कौन से विकसित व कौन से विकासशील देश शामिल है। इनका अर्थव्यवस्था में योगदान क्या है।

यह आयोजन पूरे साल भर चलेगा

मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक सभी स्कूलों को यह अध्ययन सामग्री भेजी जा रही है। इसके आधार पर अपने स्कूलों में जी-20 से जुड़ी गतिविधियां संचालित करेंगे। यह आयोजन पूरे साल भर चलेगा। इस पहल के पीछे फिलहाल जो उद्देश्य है, वह देश की नई पीढ़ी को जी-20 जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों से जोड़ना है। ताकि वह इसके बारे में अपनी जानकारी बढ़ा सके। इससे देश में जी-20 के आयोजनों को लेकर एक माहौल भी बनेगा। गौरतलब है कि जी-20 की बैठकों में शिक्षा को लेकर चार बैठकें प्रस्तावित है।

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Edited By: Ashisha Singh Rajput