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भय्यू महाराज के दोस्त ने की ब्लैकमेलिंग की पुष्टि, जानिए कौन-कौन था साजिश में शामिल

भय्यू महाराज आत्महत्या केस में मंगलवार को पुलिस ने उनके बचपन के दोस्त मनोहर सोनी से गहन पूछताछ की।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 11:52 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 11:52 PM (IST)
भय्यू महाराज के दोस्त ने की ब्लैकमेलिंग की पुष्टि, जानिए कौन-कौन था साजिश में शामिल
भय्यू महाराज के दोस्त ने की ब्लैकमेलिंग की पुष्टि, जानिए कौन-कौन था साजिश में शामिल

नईदुनिया, इंदौर। भय्यू महाराज आत्महत्या केस में मंगलवार को पुलिस ने उनके बचपन के दोस्त मनोहर सोनी से गहन पूछताछ की। उसने सेवादार विनायक, शरद और एक युवती द्वारा ब्लैकमेल करने की पुष्टि की। अब पुलिस विनायक और शरद की तलाश में जुट गई है।

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सीएसपी सुरेंद्रसिंह तोमर के अनुसार ड्राइवर कैलाश के बयानों के बाद भय्यू महाराज (उदयसिंह देशमुख) के दोस्त मनोहर सोनी को बुलाया गया था। मनोहर और भय्यू महाराज की 40 साल से दोस्ती थी। दोनों शुजालपुर में बड़ी मस्जिद के सामने रहते थे।

अध्यात्म से जुड़ने के बाद महाराज ने मनोहर को इंदौर बुला लिया और दोनों साथ ही रहने लगे। मनोहर ने कहा कि महाराज ने पारिवारिक कलह में आत्महत्या नहीं की है। उन्होंने ब्लैकमेलिंग के कारण गोली मारी थी। आश्रम में रहने वाली एक लड़की, सेवादार विनायक और शरद उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे।

मनोहर ने कहा कि विनायक ने महाराज का विश्वास जीत लिया था। महाराज के ध्यान में लीन होने का बोलकर भक्त और परिचितों को घर से रवाना कर देता था। अकेला देख युवती को महाराज के पास भेज देता था। विनायक ही उनके मिलने वालों के फोन उठाता था। महाराज की शादी के बाद युवती ने ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। वह शरद के फोन से ही कॉल कर रुपये की मांग करती थी।

सीएसपी ने मनोहर से सवाल किया कि पहले इस बात को क्यों छुपाया गया था? तत्कालीन सीएसपी मनोज रत्नाकर द्वारा लिए बयानों में इसकी जानकारी क्यों नहीं दी? इस पर मनोहर ने कहा कि सूर्योदय परिवार और महाराज की बदनामी के डर से सबने गलत बयान दे दिए थे, लेकिन अब सारी बातें सामने आ चुकी हैं। कैलाश ने सब सच्चाई बयां की है। पुलिस को लापता सेवादार और युवती को पकड़ना चाहिए।

डीआइजी के अनुसार पत्नी डॉ. आयुषी और बेटी कुहू द्वारा की गई शिकायत के बाद तकनीकी जांच भी शुरू कर दी है। संदेहियों की कॉल डिटेल्स जुटाई जा रही है। एक टीम विनायक को पकड़कर लाने के लिए रवाना की जा रही है। टीआइ तहजीब काजी के अनुसार आरोपितों की कॉल डिटेल के आधार पर दो और सेवादारों से भी पूछताछ की गई है।

पुलिस इंटरनेट कॉलिंग और व्‍हाट्सअप डेटा भी रिकवर करवाने की कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि महाराज के वाहन चालक कैलाश को पुलिस ने जब वकील से उगाही करने के आरोप में गिरफ्तार किया तो उसने कई राज खोले। उसने ही बताया कि किस तरह महाराज को ब्लैकमेल किया जा रहा था।


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