डोकलाम विवाद के बाद पहली बार भूटान नरेश पहुंचे भारत, सुषमा ने किया स्वागत
पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन करेंगे। उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी उनसे भेट करेंगी।
नई दिल्ली, आइएएनएस। भारत व चीन के बीच 73 दिनों तक चले डोकलाम विवाद के बाद पहली बार भूटान नरेश भारत पहुंचे। पत्नी व बेटे के साथ भारत आए शाही परिवार का स्वागत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया। वह बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन करेंगे। उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी उनसे भेट करेंगी।
भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक, रानी जेटसन पेमा वांगचुक व प्रिंस जिग्मे नामग्याल वांगचुक की यात्रा काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि चीन जिस क्षेत्र में सड़क निर्माण कर रहा था, वह भूटान का इलाका है। भारत ने भूटान के क्षेत्र में जाकर चीनी सेना को सड़क बनाने से रोका। भारत व भूटान के बीच सुरक्षा मामलों को लेकर संधि की गई थी, जिसके तहत विदेशी हमले की सूरत में दोनों एक दूसरे का सहयोग करेंगे।
खास बात है कि डोकलाम विवाद के दौरान भूटान ने चीन की अपेक्षा भारत पर भरोसा जताया था। हालांकि अब भारत व चीन की सेनाएं विवाद की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन माना जा रहा है कि चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला। ऐसे नाजुक समय में भूटान नरेश की यात्रा को भारत काफी महत्व देगा। इस दौरान दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों पर चर्चा के साथ राजनयिक संबंधों के स्वर्ण जयंती समारोह की तैयारियों को लेकर चर्चा होगी। भारत अपने पड़ोसी देश का सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है। भारत ने भूटान में तीन हाइड्रोइलेक्टि्रक पॉवर प्रोजेक्ट भी स्थापित किए हैं।
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