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आप नेता प्रशांत भूषण फिर निशाने पर

कश्मीर पर टिप्पणी कर विवादों में घिरे आम आदमी पार्टी [आप] नेता प्रशांत भूषण फिर निशाने पर हैं। इस बार उन्होंने नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती को लेकर जनमत संग्रह कराने की वकालत की है। भूषण के सुझाव को भाजपा ने आड़े हाथ लिया है। आप ने भी उनके बयान से किनारा कर लिया है। <न् द्धह्म

By Edited By: Published: Sun, 12 Jan 2014 10:28 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jan 2014 10:30 PM (IST)
आप नेता प्रशांत भूषण फिर निशाने पर

नई दिल्ली। कश्मीर पर टिप्पणी कर विवादों में घिरे आम आदमी पार्टी [आप] नेता प्रशांत भूषण फिर निशाने पर हैं। इस बार उन्होंने नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती को लेकर जनमत संग्रह कराने की वकालत की है। भूषण के सुझाव को भाजपा ने आड़े हाथ लिया है। आप ने भी उनके बयान से किनारा कर लिया है।

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पढ़ें:अफस्पा लागू करने पर हो जनमत संग्रह: प्रशांत भूषण

भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा है कि इस तरह के बयानों से मसले से निपटने के लिए राज्य सरकार की मदद से केंद्र सरकार के उठाए जा रहे कदम बेकार हो जाएंगे और सुरक्षाबलों का मनोबल भी टूटेगा। भाजपा ने आप के नेतृत्व और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है।

सीतारमण ने कहा कि इतने अहम और गंभीर मसले पर प्रशांत भूषण के बयान से भाजपा सकते में है। भाजपा आंतरिक सुरक्षा से जुड़े सीधे मुद्दे पर इस तरह के बयानों को खारिज करती है। जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह खुद नक्सलवाद को देश के लिए खतरा बता चुके हैं, तो ऐसे बयान राष्ट्र के लिए ठीक नहीं हैं। भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने वाले नक्सलियों से निपटने में जुटे सुरक्षाबलों को हतोत्साहित करना ठीक नहंी है। आप नेतृत्व को सामने आकर मसले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

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