Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kuno Cheetah: कूनो में किस वजह से हुई अफ्रीकी चीतों की मौत? सरकार ने दिया जवाब

    Updated: Fri, 09 Feb 2024 07:27 PM (IST)

    केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने राज्यसभा को बताया कि नामीबियाई चीता शौर्य की मौत सेप्टीसीमिया के कारण हुई थी। इसके साथ ही इस बीमारी के कारण ...और पढ़ें

    Hero Image
    नामीबियाई चीता शौर्य की मौत सेप्टीसीमिया के कारण हुई थी। (फाइल फोटो)

    पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने राज्यसभा को बताया कि नामीबियाई चीता शौर्य की मौत सेप्टीसीमिया के कारण हुई थी। इसके साथ ही इस बीमारी के कारण मरने वाले चीतों की संख्या चार हो गई है। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क (केएनपी) में 16 जनवरी को शौर्य की मृत्यु हुई थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किस वजह से चीतों की मौत हुई थी?

    इससे पहले त्बिलिसी (नामीबिया से) और दो दक्षिण अफ्रीकी चीते तेजस और सूरज की सेप्टीसीमिया के कारण मौत हुई थी। सेप्टीसीमिया बीमारी एक तरह का जीवाणु संक्रमण है। भूपेंद्र यादव ने गुरुवार को उच्च सदन को यह भी बताया कि अगले पांच वर्षों में दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया या अन्य अफ्रीकी देशों से 12-14 जानवरों को लाने का प्रस्ताव है।

    यह भी पढ़ेंः Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क में आए नन्हे मेहमान, चीता ज्वाला ने तीन शावकों को दिया जन्म

    केंद्रीय मंत्री ने सदन में दिया जवाब

    मध्य प्रदेश में गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में चीतों को लाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने उच्च सदन को बताया कि दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लाए गए 20 वयस्क चीतों में से सात और भारत में पैदा हुए 11 शावकों में से तीन की मौत हो गई है। 11 में से सात शावकों का जन्म पिछले महीने हुआ था।