बीएचयू पर अब तीन अक्टूबर की स्थिति को देखने के बाद ही होगा कोई फैसला
विश्वविद्यालय की गतिविधियों पर मंत्रालय रख रहा है पैनी नजर, जुटाया जा रहा है दिन-प्रतिदिन का ब्यौरा...
जागरण ब्यूरो, नईदिल्ली। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) को लेकर फिलहाल अब कोई बड़ा फैसला तीन अक्टूबर की स्थिति को देखने के बाद ही होगा। तब तक इस मामले में मंत्रालय दूर से ही नजर रखेगा। मंत्रालय का मानना है कि नए कुलपति के चयन की प्रक्रिया शुरु करने के बाद वैसे ही विवाद का कोई मुद्दा नहीं बचता है। विवादों के चलते विश्वविद्यालय को दो अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया। जो अब तीन अक्टूबर को फिर खुलेगा।
इस बीच मंत्रालय की ओर से बीएचयू की गतिविधियों पर दूर से ही पैनी नजर रखी जा रही है। हर दिन की गतिविधियों का पूरा ब्यौरा जुटाया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो मंत्रालय की अगली नजर अब तीन अक्टूबर पर टिकी है। जब लंबी छुट्टी के बाद विश्वविद्यालय एक बार फिर से खुलेगा। इस दौरान सभी छात्र एक बार फिर परिसर में लौटेंगे। ऐसे में विश्वविद्यालय में माहौल कैसा रहता है, इस पर पूरी नजर रहेगी।
सूत्रों की मानें तो यदि स्थिति सामान्य रही और छात्र भी शांत रहे, तो मंत्रालय भी इस मामले में चुप रहेगा। लेकिन यदि स्थिति बिगड़ी, तो मंत्रालय कोई बड़ा कदम उठा सकता है। खास बात यह है कि बीएचयू के मौजूदा कुलपति का कार्यकाल अब दो महीने से कम का ही बचा है। ऐसे में मंत्रालय की भी कोशिश है,कि उन्हें हटाने जैसे कदम उठाने की नौबत न पड़े।
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