Move to Jagran APP

रेलवे बोर्ड ने स्टेशनों पर खुशवंत सिंह के उपन्यास बेचने पर लगाई रोक, जानें क्यों लिया गया ये फैसला

रेलवे बोर्ड ने रेलवे स्टेशनों पर प्रसिद्ध लेखक खुशवंत सिंह के उपन्यास को बेचने पर रोक लगा दी है।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 08:58 AM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 08:58 AM (IST)
रेलवे बोर्ड ने स्टेशनों पर खुशवंत सिंह के उपन्यास बेचने पर लगाई रोक, जानें क्यों लिया गया ये फैसला
रेलवे बोर्ड ने स्टेशनों पर खुशवंत सिंह के उपन्यास बेचने पर लगाई रोक, जानें क्यों लिया गया ये फैसला

भोपाल, एएनआइ। रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने प्रसिद्ध लेखक खुशवंत सिंह के उपन्यास को बेचने पर रोक लगा दी है। दरअसल, बोर्ड ने 'वीमेन, सेक्स, लव एंड लस्ट' को बेचने से रोकने के लिए शहर के रेलवे स्टेशन पर एक पुस्तक विक्रेता को यह कहते हुए निर्देश दिया कि इस तरह के अश्लील साहित्य भविष्य की पीढ़ी को खराब कर सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों को भोपाल स्टेशन पर बुक स्टॉल पर "ऐसी पुस्तके बेचने से साफ मना किया है। 

loksabha election banner

रेलवे बोर्ड की यात्री सेवा समिति (पीएससी) के अध्यक्ष, रमेश चंद्र रत्न, जो स्टेशन पर एक निरीक्षण कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने एक स्टाल पर बिक्री के लिए प्रदर्शन पर लगाए गए गर्भावस्था के दौरान निवारक उपायों पर कुशवंत सिंह के उपन्यास और बाकी पुस्तकों को देखा। उन्होंने तुरंत विक्रेता से पुस्तकों को शेल्फ से हटाने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर भविष्य में इस तरह की किताबें स्टाल पर दिखीं तो उसके उपर दंड लगाया जा सकता है। 

श्री रत्न ने स्टेशन पर संवाददाताओं से कहा कि यह एक बहुउद्देश्यीय स्टाल है, इसलिए इस तरह के (कवर) शब्दों के साथ अश्लील चीजें प्रदर्शित नहीं की जानी चाहिए। अधिकारियों को आगाह किया गया है और यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है कि इस तरह की अश्लील चीजें वेंडर्स को नहीं बेची जाएंगी। यह पूछे जाने पर कि इनमें से एक पुस्तक एक प्रसिद्ध लेखक की है, उन्होंने कहा, देखिए जो भी लेखक हो, मैं बस आपको यह सूचित करना चाहता हूं कि उप-कानूनों के अनुसार, यह स्वीकार्य नहीं है। यह रेलवे का एक स्टाल है जो एक प्रणाली के अनुसार चलता है। 

दो महीने पहले, नई दिल्ली स्टेशन पर जांच के दौरान भी एक रेलवे अधिकारी ने चेतन भगत के उपन्यास 'हाफ गर्लफ्रेंडट पर भी आपत्ति जताई थी। जिसे ऐसी ही स्टेशन पर एक स्टाल पर बिक्री के लिए रखा गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.