भय्यू महाराज आत्महत्या केस: विनायक और संदेही युवती ने बताई विरोधाभासी बातें
पुलिस ने विनायक और युवती का आमना-सामना भी कराया, लेकिन इनके बीच विरोधाभासी बातें सामने आई।
इंदौर, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश के इंदौर में भय्यू महाराज आत्महत्या केस में संदेही युवती, उसके भाई और पिता सहित सेवादार को फोन पर धमकी देने वाला महाराष्ट्र का सेवादार रविवार सुबह 11 बजे अपना बयान दर्ज कराने आजाद नगर थाना पहुंचा। सीएसपी ऑफिस में करीब छह घंटे तक सभी से पूछताछ चली। पुलिस ने विनायक और युवती का आमना-सामना भी कराया, लेकिन इनके बीच विरोधाभासी बातें सामने आई।
केस की जांच कर रहे सीएसपी अगम जैन (प्रोबेशनर आईपीएस) ने संदेह के घेरे में आई द्वारकापुरी निवासी युवती से महाराज को ब्लैकमेल करने, उनसे संबंध और वेतन को लेकर पूछताछ की। विनायक ने पुलिस को बताया था कि युवती महाराज के पास सेवादार की हैसियत से काम करती थी, जबकि युवती ने महाराज से 15 हजार रुपए वेतन लेने की बात कबूली। युवती महाराज के रिश्ते और ब्लैकमेलिंग की बात से इनकार करती रही। उसने महाराज के फैसले में विनायक के हस्तक्षेप की बात स्वीकार की है।
उधर, नोटिस पर अपने बयान दर्ज कराने महाराष्ट्र से आया महाराज का सेवादार अनोप राजुलकर और फाइनेंस का कामकाज देखने वाला अमोल चव्हाण (नागपुर) भी अपना बयान देने पहुंचे। अनोप के कुछ हद तक बयान हो गए हैं। सीएसपी के मुताबिक, सोमवार को उसे दोबारा बुलाया जाएगा। शरद और युवती का भाई फोन पर करते थे बात सीएसपी ने बताया कि महाराज के सेवादार, नजदीकी रिश्तेदार और काम करने वालों की कॉल डिटेल में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। सेवादार शरद और युवती का भाई लंबे समय से एक-दूसरे से परिचित थे। वे दिन में कई बार फोन पर एक-दूसरे के संपर्क में रहते थे।
एक दिन में 20 से अधिक बार दोनों में बातचीत होती थी। महाराज की आत्महत्या के पहले भी दोनों की बातचीत हुई थी। पुलिस दोनों के बीच हुई बातचीत के संबंध में भी पूछताछ कर रही है। शरद और शेखर ने हवालात में बिताई रात पुलिस के मुताबिक, शनिवार को सेवादार विनायक, शरद और शेखर के बयान लिए गए थे। महाराष्ट्र से आए सेवादार और विनायक को उनके रके स्थान पर भेज दिया गया, जबकि शरद और शेखर को तेजाजी नगर थाने पर रातभर रखा गया।
रविवार सुबह दोनों को लेकर थाने का एक पुलिसकर्मी सीएसपी ऑफिस पहुंचा। दोनों ने पुलिस की नजरें बचाकर आपस में कई बार बातें की। पांच सेवादारों की भूमिका संदिग्ध सीएसपी के मुताबिक, जांच में अब तक जिन लोगों के बयान हुए,उससे लग रहा है कि पांच लोगों की भूमिका संदेह के घेरे में है। महाराज को ब्लैकमेल करने के घेरे में आई युवती, विनायक, शरद, शेखर और मनप्रीत की भूमिका संदिग्ध है।
महाराज की खुदकुशी की वजह कुछ लोगों को पता है लेकिन वे अब भी सच नहीं बता रहे हैं। साथ ही संदेह के घेरे की दूसरी लाइन में खड़े बाकी लोगों ने जानकारी होने के बाद भी रुपए लेकर अपना मुंह बंद रखा है। बयानों के आधार पर पुलिस जल्द ही खुलासा करेगी।