देश में मौजूद आइएम आतंकियों पर यासीन ने साधी चुप्पी
आतंकी सरगना यासीन भटकल को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। यहां तक वह आतंकी हमले में 600 से ज्यादा निर्दोषों की मौत को भी सही ठहरा रहा है। हालत यह है कि पूछताछ में राष्ट्रीय जांच एजेंसी [एनआइए] के अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। देश में इंडियन मुजाहिदीन [आइएम] के आतंकी नेटवर्क के बारे में बताने के ब
नई दिल्ली [नीलू रंजन]। आतंकी सरगना यासीन भटकल को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। यहां तक वह आतंकी हमले में 600 से ज्यादा निर्दोषों की मौत को भी सही ठहरा रहा है। हालत यह है कि पूछताछ में राष्ट्रीय जांच एजेंसी [एनआइए] के अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। देश में इंडियन मुजाहिदीन [आइएम] के आतंकी नेटवर्क के बारे में बताने के बजाय भटकल अपने काले कारनामों को सही करार देने की कोशिश कर रहा है। जांच अधिकारियों की उम्मीद अब भटकल से बरामद लैपटॉप और मोबाइल फोन पर टिकी है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट इनसे डाटा निकालने में जुटे हैं।
एनआइए अधिकारी यासीन भटकल से देश में मौजूद आतंकी नेटवर्क के बारे में जानना चाहते हैं। उससे आइएम के नंबर दो आतंकी तहसीन अख्तर और बम विशेषज्ञ आरिज खान के बारे में सवाल पूछे गए, लेकिन भटकल ने कोई भी जानकारी होने से इन्कार कर दिया, जबकि ये दोनों आतंकी हैदराबाद, पुणे, बेंगलूर जैसे कई आतंकी हमलों में भटकल के साथ थे। आरिज खान आजमगढ़ और तहसीन अख्तर दरभंगा का रहने वाला है। आमिर रजा खान, इकबाल भटकल और रियाज भटकल के बारे में उसने कहा कि ये तीनों आइएसआइ के संरक्षण में पाकिस्तान में हैं। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यासीन केवल वही बता रहा है, जो सुरक्षा एजेंसियां पहले से जानती हैं।
पूछताछ करने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आतंकी हमलों में 600 निर्दोषों की जान लेने वाले यासीन भटकल को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। उसके अनुसार भारत में अल्पसंख्यकों के साथ लगातार ज्यादती हो रही है। वह उसी का बदला ले रहा है। यासीन को अपने बड़े आतंकी होने का अहंकार भी है। बिहार में हिरासत के दौरान एनआइए के एक अधिकारी के सवाल का जवाब देने से उसने यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि उसके जैसे बड़े आतंकी से केवल वरिष्ठ अधिकारी ही पूछताछ कर सकते हैं।
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