भारत रक्षा पर्व: सरहद पर तैनात जवानों को देश की बहनों ने भेजी राखियां
भारत रक्षा पर्व के विशेष रथों ने 6000 किलोमीटर की यात्रा की और 1100 स्थानों पर जाकर राखियां जमा की।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश की रक्षा में सीमा पर तैनात हमारे देश के फौजी भाइयों को रक्षा बंधन के पावन अवसर पर कैसे भूला जा सकता है। 'दैनिक जागरण' फिछले डेढ दशक से ज्यादा समय से हर साल रक्षा बंधन के मौके पर प्यार के इस धागे को सीमा पर तैनात फौजी भाइयों की कलाइयों तक पहुंचाता है।
'दैनिक जागरण' रक्षा बंधन के त्योहार के पहले भारत रक्षा पर्व का आयोजन करता है। लगभग एक महीने तक 'भारत रक्षा पर्व' चलता है जिसमें देश के अलग-अलग 30 शहरों से फौजी भाइयों के लिए राखी जमा की जाती है। इस वर्ष भारत रक्षा पर्व 15 जुलाई से 14 अगस्त तक मनाया गया। इस दौरान 29 लाख से अधिक राखियां जमा की गईं।
इन राखियों को जमा करने के लिए भारत रक्षा पर्व के विशेष रथों ने 6000 किलोमीटर की यात्रा की और 1100 स्थानों पर जाकर राखियां जमा की। राखियों के अलावा 11 लाख से अधिक पोस्टकार्ड संदेश भी एकत्र किए गए। इन राखियों और पोस्टकार्ड संदेशों को जम्मू, अमृतसर और सिलीगुड़ी में फौजी भाइयों के अलावा अर्धसैनिक बलों के जवानों को सौंप दिया गया।
'भारत रक्षा पर्व' में 'दैनिक जागरण' के पाठकों के अलावा बड़ी संख्या में महिलाओं और लड़कियों ने हिस्सा लिया और अपने हाथों से राखियां बनाकर अपनी भावनाओं के साथ सीमापर भेजा। भारत रक्षा पर्व के फेसबुक पेज पर भी लोगों ने सैनिक भाइयों के लिए अपने प्यार का इजहार किया।
भारत रक्षा पर्व का उद्देश्य है कि सीमा पर तैनात देश के प्रहरियों का यह अहसास मजबूत हो कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है। इस वर्ष दैनिक जागरण के भारत रक्षा पर्व को अभिनेता विनय पाठक और अनूप सेठी के अलावा मिस ग्रांड इंडिया अनुकृति गोसाईं का साथ भी मिला।