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नेजल कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत बायोटेक ने दिया अपडेट, बच्चों के टीके के लिए DCGI से लाइसेंस का इंतजार

भारत बायोटेक की कोरोना की नेजल वैक्सीन यानी नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन को लेकर अपडेट सामने आई है। कंपनी ने जानकारी दी है कि इस वैक्सीन की फेज-2 ट्रायल लगभग पूरी हो गई है। इसने अच्छे परिणाम दिखाए हैं।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 23 Oct 2021 04:14 PM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 10:08 AM (IST)
नेजल कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत बायोटेक ने दिया अपडेट, बच्चों के टीके के लिए DCGI से लाइसेंस का इंतजार
बच्चों के लिए विकसित कोवैक्सीन को डीसीजीआइ से अनुमति का इंतजार।

नई दिल्ली, एएनआइ। भारत बायोटेक की कोरोना की नेजल वैक्सीन यानी नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन को लेकर अपडेट सामने आई है। कंपनी ने जानकारी दी है कि इस वैक्सीन की फेज-2 ट्रायल लगभग पूरी हो गई है। इसने अच्छे परिणाम दिखाए हैं। यह टीका कोरोना इंफेक्शन को फैलने से रोकेने में मदद करेगा। यह जानकारी कंपनी के निदेशक और चेयरमैन डा कृष्णा ईला ने दी है। उन्होंने बच्चों की कोरोना वैक्सीन को लेकर कहा कि इसके लिए ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) से अनुमति का इंतजार है। 

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गौरतलब है कि दो साल से बड़े सभी बच्चों के कोरोना टीकाकरण के लिए भारत बायोटेक के टीके कोवैक्सीन को सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने इसे मंजूरी देने की सिफारिश की है। अब इसपर डीजीसीआइ के फैसले का इंतजार है। इससे पहले जायडस कैडिला की वैक्सीन जायकोव-डी को 12 से 18 साल के बच्चों के लिए अनुमति मिल चुकी है। ऐसे में जल्द ही बच्चों का कोरोना टीकाकरण शुरू हो सकता है। 

कोरोना टीकाकरण अभियान में गुरुवार को भारत ने 100 करोड़ डोज पार करने के साथ ही नया इतिहास रच दिया। इसे लेकर डा कृष्णा ईला ने कहा कि भारत ने सरकार से लेकर नागरिकों तक के सामूहिक प्रयासों से 100 करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा हासिल करने में एक अद्भुत काम किया है। बता दें कि देश में फिलहाल 18 साल से ऊपर के लोगों का कोरोना टीकाकारण हो रहा है। इसके लिए तीन टीकों का इस्तेमाल हो रहा है। भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के अलावा सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया की कोविशील्ड और रूसी वैक्सीन स्पुतनिक v का इस्तेमाल हो रहा है।

कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी। सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियो और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण हुआ। इसके बाद एक मार्च को गंभीर बीमारी वाले 45 से ऊपर और 60 साल से ऊपर के सभी लोगों के टीकाकरण की अनुमति दी गई।  एक अप्रैल को 45 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीकाकरण की अनुमति दी गई। एक मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीकाकरण होने लगा।


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