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कोरोना वैक्‍सीन 'कोवैक्सीन' का तीसरे चरण का ट्रायल शुरू, भारत बायोटेक एक और टीके पर कर रही काम

भारत बायोटेक ने देश में कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है। कंपनी कोरोना संक्रमण की काट के लिए एक और टीके पर काम कर रही है। कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एला (Krishna Ella) ने बताया कि नया टीका नाक के जरिए दिया जाएगा...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 07:30 PM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 07:30 PM (IST)
कोरोना वैक्‍सीन 'कोवैक्सीन' का तीसरे चरण का ट्रायल शुरू, भारत बायोटेक एक और टीके पर कर रही काम
भारत बायोटेक ने देश में कोवैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है।

हैदराबाद, पीटीआइ। देश में भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोरोना वैक्‍सीन कोवैक्सीन (Covaxin) के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो गया है। कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एला (Krishna Ella) ने सोमवार को बताया कि कंपनी कोरोना संक्रमण की काट के लिए एक और वैक्सीन पर काम कर रही है। इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए एला ने कहा कि यह वैक्‍सीन नाक के जरिए ड्रॉप के तौर पर दी जाएगी।  

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एला ने बताया कि यह वैक्सीन अगले साल तक तैयार हो जाएगी। भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने कोविड-19 के टीके के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर (ICMR, Indian Council of Medical Research) के साथ भागीदारी की है। कोवैक्सीन (Covaxin) का तीसरे चरण का परीक्षण शुरू हो गया है। भारत बायोटेक दुनिया की एकलौती कंपनी है जिसके पास जैव सुरक्षा स्तर-3 (BSL3 production facility, Biosafety-level 3) उत्पादन सुविधा है। 

इससे पहले कंपनी की ओर से जारी बयान में बताया गया था कि उसने पहले और दूसरे चरण के ट्रायल का अंतरिम विश्लेषण भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। कंपनी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, वह 26 हजार लोगों पर कोवैक्सीन (Covaxin) के तीसरे चरण का ट्रायल करेगी। भारत बायोटेक कोवैक्सीन का विकास आईसीएमआर और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (National Institute of Virology, NIV) के साथ कर रही है।

समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, कंपनी ने दो अक्टूबर को भारतीय औषधि महानियंत्रक (Drug Controller General of India, DCGI) से टीके के तीसरे चरण के ट्रायल की इजाजत मांगी थी। भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एला (Krishna Ella) की मानें तो नाक के जरिए दी जाने वाली वैक्सीन अगले साल तक उपलब्‍ध होगी। 

उधर ब्रिटेन ने कहा कि फाइजर (Pfizer) की कोरोना वैक्सीन यदि सुरक्षित और प्रभावी घोषित कर दी जाती है तो इसे क्रिसमस से पहले लगाना शुरू कर दिया जाएगा। वहीं मॉडर्ना इंक का कहना है कि कोरोना संक्रमण को रोकने में उसका टीका 94.5 फीसद प्रभावी है। कंपनी के मुताबिक उसने यह आंकड़ा वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल से मिले अंतरिम डाटा के आधार पर दिया है।


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