पीएम दौरे से पहले पाक ने सीमा पर बरसाए गोले
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू दौरे से ठीक दो दिन पहले पाकिस्तान ने उफा में किए अपने सारे वादों को तोड़ते हुए बुधवार को अखनूर के परगवाल इलाके में भारी गोलाबारी की। इसमें एक महिला की मौत हो गई और सीमा सुरक्षा बल के दो जवानों समेत पांच लोग घायल
जागरण ब्यूरो, जम्मू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू दौरे से ठीक दो दिन पहले पाकिस्तान ने उफा में किए अपने सारे वादों को तोड़ते हुए बुधवार को अखनूर के परगवाल इलाके में भारी गोलाबारी की। इसमें एक महिला की मौत हो गई और सीमा सुरक्षा बल के दो जवानों समेत पांच लोग घायल हो गए।
इस दौरान पाकिस्तान ने पांच सीमांत चौकियों के साथ नौ गांवों में 82 एमएम के बड़े गोले दागे। इसके बाद गावों के सैकड़ों निवासियों को वहां से हटा दिया गया है। सीमा सुरक्षा बल ने क्षेत्र में अलर्ट घोषित कर लोगों को रात में सर्तकत रहने को कहा है। इस बीच, वरिष्ठ अधिकारियों ने सीमा का दौरा किया है।
योजनाबद्ध तरीके से पाकिस्तान रेंजर्स ने सुबह सवा नौ बजे स्नाइपर राइफल से गोली दागकर 89 बटालियन के जवान अंजनी कुमार को घायल कर दिया। वह उत्तर प्रदेश के बलिया के बासडीह गांव का निवासी है। जवान को घायल करने के बाद पाकिस्तान की दो चौकियों से भारी गोलीबारी शुरू हो गई, जिसका सुरक्षाबलों ने भी करार जवाब दिया। पाकिस्तान ने दोपहर पौने दो बजे सीमांत गांवों तक मार करने वाले 82 एमएम के बड़े मोर्टार गोले दागना शुरू कर दिए। गोलाबारी में 89 बटालियन के वाईपी तिवारी भी घायल हुए।
इसके अलावा परगवाल केभलवाल भारथ गांव में शेल फटने से 42 वर्षीय महिला पोली देवी की मौत हो गई और 24 वर्षीय रमेश लाल, 38 वर्षीय उषा देवी, 22 वर्षीय सुरेंद्र कुमार बुरी तरह घायल हो गए। सभी घायलों को जम्मू के मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जीएमसी) दाखिल करवाया गया है। घायल सीमा प्रहरियों को भी जीएमसी में भर्ती करवाया गया है। सीमा सुरक्षा बल के प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से गोले दागने का सिलसिला शाम पौने पांच बजे तक जारी रहा।
सीमा से सटे गांवों के लोगों को पीछे हटाया गया
भारी गोलाबारी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है। जीरो लाइन से सटे नौ गांवों के लोगों को पीछे हटाकर उन्हें परगवाल के हायर सेकेंडरी स्कूल, ब्वॉयज मिडिल स्कूल व कम्युनिटी हाल में ठहराया गया है। हालात बिगड़े तो लोगों को अखनूर के गुप्ता पैलेस में ठहराया जाएगा।