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लोकसभा चुनाव से पहले तेज हुआ आतंकरोधी अभियान, एक हफ्ते में 14 आतंकी ढेर

राज्य पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकी चुनाव प्रक्रिया में खलल डालने की हरसंभव साजिश कर रहे हैं। ऐसे में हमने भी अभियान तेज किए हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Fri, 29 Mar 2019 09:52 PM (IST)Updated: Fri, 29 Mar 2019 09:52 PM (IST)
लोकसभा चुनाव से पहले तेज हुआ आतंकरोधी अभियान, एक हफ्ते में 14 आतंकी ढेर
लोकसभा चुनाव से पहले तेज हुआ आतंकरोधी अभियान, एक हफ्ते में 14 आतंकी ढेर

श्रीनगर, जेएनएन। मतदान से पूर्व चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए सुरक्षाबलों ने अपने आतंकरोधी अभियान तेज कर दिए हैं। शुक्रवार को लालचौक से करीब 17 किलोमीटर दूर नौगाम में हुई मुठभेड़ में जैश के दो आतंकियों को मार गिराया। मुठभेड़ में पांच जवान भी जख्मी भी हुए।

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सुरक्षाबलों ने वादी में पिछले एक हफ्ते में 14 आतंकियों को मार गिराया है। वहीं, कई आतंकी ठिकाने भी ध्वस्त किए हैं। आइजीपी कश्मीर डॉ. एसपी पानि ने बताया कि जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों के एक दल के सुटसु (नौगाम) में छिपे होने की सूचना गुरुवार रात को मिली थी।

उस समय सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के एक संयुक्त कार्यदल ने घेराबंदी की। शुक्रवार तड़के करीब साढ़े चार बजे जब जवानों ने आतंकियों के ठिकाने की तरफ बढ़ना शुरू किया तो वहां मौजूद आतंकियों ने ग्रेनेड दागे। इसके बाद करीब तीन घंटे चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों को मार गिराया।

आइजीपी ने बताया कि मारे गए दोनों आतंकी जैश-ए-मुहम्मद से संबंध रखते हैं। इनमें एक विदेशी कमांडर है। मारे गए आतंकियों के पास से अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एम-4 राइफल के अलावा एक इनसास राइफल मिली है। वहीं, इस अभियान के दौरान एक पैरा कमांडो समेत पांच सैन्यकर्मी जख्मी हुए हैं। यह सभी सेना के 92 बेस अस्पताल में उपचाराधीन हैं। एक घायल की हालत चिंताजनक बनी हुई है।

सूत्रों की मानें तो गुरुवार रात शुरू हुए इस अभियान में पांच आतंकियों के छिपे होने की सूचना थी। माना जा रहा है कि तीन आतंकी बच निकलने में कामयाब रहे हैं। मारे गए दोनों आतंकी भी ठिकाना छोड़ चु़के थे और मकान के बाहरी हिस्से में फंस गए थे।

आतंकियों के मंसूबे हो रहे ध्वस्त
राज्य पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकी चुनाव प्रक्रिया में खलल डालने की हरसंभव साजिश कर रहे हैं। ऐसे में हमने भी अभियान तेज किए हैं। यही कारण है कि एक सप्ताह के भीतर अब तक 14 आतंकी मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि 22 मार्च को उत्तरी कश्मीर के कंडी कलांतरा व हाजिन में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में जैश और लश्कर के चार आतंकी मारे गए थे।

इसी दिन दक्षिण कश्मीर के रत्नीपोरा शोपियां में जैश के दो आतंकी मारे गए। वारपोरा सोपोर में 23 मार्च को सुरक्षाबलों ने जैश के दो आतंकियों को मार गिराया। गुरुवार 28 मार्च को जम्मू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से चंद घंटे पहले भी दक्षिण कश्मीर के शोपियां और उत्तरी कश्मीर के यारु (हंदवाड़ा) में दो-दो आतंकी सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे। 


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