बीटिंग रिट्रीट है गणतंत्र दिवस का औपचारिक समापन, सैनिकों की होती है वापसी
गणतंत्र दिवस के तीन दिन बाद बीटिंग रिट्रीट समारोह के साथ इसका औपचारिक समापन किया जाता है और परेड के लिए आई सेना की टुकड़ियां वापस लौट जाती हैं।
नई दिल्ली, एजेंसी। गणतंत्र दिवस के तीन दिन बाद बुधवार को शाम 6 बजे ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह का आयोजन किया जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी विजय चौक पर भारतीय सेना द्वारा संस्कृति व ताकत का प्रदर्शन होगा। इस दौरान दिल्ली मेट्रो के दो स्टेशनों को कुछ घंटे के लिए बंद कर दिया जाएगा।
बंद रहेंगे दो मेट्रो स्टेशन
दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन के दो स्टेशन- उद्योग भवन और केंद्रीय सचिवालय पर सेवाएं कुछ घंटों के लिए बंद कर दी जाएंगी। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। इसके अनुसार, उद्योग भवन स्टेशन पर दोपहर दो से शाम 6.30 बजे तक और केंद्रीय सचिवालय पर शाम चार से 6.30 बजे तक सेवांएं बंद रहेंगी। वहीं केंद्रीय सचिवालय स्टेशन पर दोपहर दो बजे के बाद दो घंटों तक गेट नंबर वन से ही प्रवेश और निकास किया जा सकेगा।
ब्रिटेन की पुरानी परंपरा है बीटिंग रिट्रीट
ब्रिटेन की पुरानी परंपरा बीटिंग रिट्रीट का आयोजन भारत में वर्ष 1950 में किया गया। इसका आयोजन सूर्यास्त के समय किया जाता है। हालांकि 26 जनवरी 2001 को गुजरात भूकंप व 27 जनवरी 2009 को राष्ट्रपति वेंकटरमन के निधन पर इस समारोह को रद किया गया था। दिन भर की थकान के बाद शाम को सुकून व आराम का समय होता है और बीटिंग रिट्रीट के जरिए इसे ही प्रदर्शित किया जाता है। शाम के वक्त ही दिनभर की जंग के बाद थका हारा सैनिक वापस अपने शिविर में लौटता है।
राष्ट्रपति देते हैं वापसी की अनुमति
तीनों सेनाओं के बैंड की धुन के साथ समारोह की शुरुआत होती है। इसके बाद कई पॉपुलर धुनों को बजाया जाता है। इसके बाद बैंड मास्टर राष्ट्रपति से वापस जाने की अनुमति मांगता है। वापसी के दौरान बैंड द्वारा 'सारे जहां से अच्छा...' की धुन बजाई जाती है। इस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज को उतारने के बाद राष्ट्रगान गाया जाता है और गणतंत्र दिवस का औपचारिक समापन किया जाता है।
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