Move to Jagran APP

आज भी जारी है बैंककर्मियों की हड़ताल, लोगों को इंटरनेट बैंकिंग का सहारा; कामकाज प्रभावित

दो फीसद वेतन वृद्धि दिए जाने के विरोध में बैंककर्मियों की आज भी हड़ताल जारी है। करीब दस लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Thu, 31 May 2018 07:16 AM (IST)Updated: Thu, 31 May 2018 10:19 AM (IST)
आज भी जारी है बैंककर्मियों की हड़ताल, लोगों को इंटरनेट बैंकिंग का सहारा; कामकाज प्रभावित
आज भी जारी है बैंककर्मियों की हड़ताल, लोगों को इंटरनेट बैंकिंग का सहारा; कामकाज प्रभावित

नई दिल्ली (प्रेट्र)। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब दस लाख कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से देशभर में बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हुई हैं। बैंकों के संगठन इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आइबीए) द्वारा महज दो फीसद वेतन वृद्धि दिए जाने के विरोध में कर्मचारी 30 और 31 मई को देशव्यापी हड़ताल पर हैं। हालांकि नई पीढ़ी के प्राइवेट बैंक जैसे आइसीआइसीआइ बैंक, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक का कामकाज हड़ताल के पहले दिन बुधवार को कमोबेश सामान्य रहा, लेकिन चेक क्लियरिंग सेवाएं प्रभावित हुईं।

loksabha election banner

पहले दिन 80 फीसद एटीएम चालू रहे
आधिकारिक अनुमान के अनुसार सिर्फ 25 फीसद बैंक शाखाओं में बुधवार को सामान्य कामकाज हो सका। हालांकि 80 फीसद एटीएम चालू रहे और लोगों को नकदी निकासी की सुविधा मिलती रही। कुछ राज्यों में बैंकिंग कामकाज पर ज्यादा असर होने की खबर है। इन राज्यों में केरल, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड प्रमुख हैं। 

हड़ताल में 10 लाख बैंककर्मी शामिल
ऑल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन (एआइबीइए) के एक बयान के अनुसार हड़ताल में करीब दस लाख बैंक कर्मचारी शामिल हैं। ये कर्मचारी 21 सार्वजनिक बैंकों के अलावा पुरानी पीढ़ी के 13 प्राइवेट बैंक, छह विदेशी बैंकों और 56 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में कार्यरत हैं। आइबीए की ओर से महज दो फीसद वेतन वृद्धि की पेशकश के विरोध में हड़ताल की गई है। एआइबीईए कर्मचारी संगठनों के संयुक्त फोरम यूएफबीयू का घटक है।

इंटरनेट बैंकिंग का सहारा
चूंकि हड़ताल ऐसे समय में हुई है जब महीने के अंत में बैंक शाखाओं से वेतन निकाला जाता है। हड़ताल से कर्मचारियों को वेतन मिलने में दिक्कत आ सकती है। कई एटीएम इसी वजह से जल्दी खाली हो गए। भारतीय रिजर्व बैंक के एक अधिकारी ने कहा कि इंटरनेट बैंकिंग के जरिये ग्राहकों को कुछ सेवाएं मिलती रहीं, लेकिन हड़ताल के कारण बैंकों के सामान्य कामकाज पर असर पड़ा है। बैंकों के कुल कामकाज में डिजिटल बैंकिंग का योगदान महज पांच फीसद है। आरबीआइ में कामकाज सामान्य रहा। हालांकि उसके कर्मचारियों के संगठनों ने बैंक हड़ताल को नैतिक समर्थन दिया है।

15 फीसद वेतन वृद्धि चाहते हैं बैंककर्मी
एआइबीइए के महासचिव सी. एच. वेंटकचलम ने कहा कि बैंकों और कर्मचारियों के संगठनों के बीच वेतन पर कई दौर की वार्ताएं हुई, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई। आइबीए सिर्फ दो फीसद वेतन वृद्धि देना चाहती है, जबकि कर्मचारी संगठनों ने 15 फीसद वृद्धि की मांग की है। कर्मचारियों का वेतन संशोधन 2012 के बाद होना है। 2012 में 15 फीसद वेतन वृद्धि दी गई थी।

20 हजार करोड़ के लेनदेन अटकने का अनुमान
इस बीच उद्योग संगठन एसोचैम ने कहा है कि दो दिन की बैंकिंग हड़ताल से 20,000 करोड़ रुपये के ट्रांजैक्शन प्रभावित हो सकते हैं। उसने सरकार से अपील की है कि सार्वजनिक बैंकों की वित्तीय हालत सुधारने के लिए राहत पैकेज दिया जाए। बैंकों का एनपीए (फंसे कर्ज) बढ़ने और इसके लिए रकम की व्यवस्था करने के कारण बैंकों को जबर्दस्त घाटा हो रहा है। बीते मार्च तिमाही में सरकारी बैंकों का घाटा 50,000 करोड़ रुपये रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। दिसंबर 2017 तिमाही में सरकारी बैंकों का कुल घाटा 19,000 करोड़ रुपये था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.