Move to Jagran APP

सीएए के डर से भारत छोड़ रहे बांग्लादेशी घुसपैठिए, पिछले एक महीने में आई तेजी

सीमा सुरक्षा बल ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून के बाद से भारत में रह रहे अवैध बांग्लादेशी नागरिक अपने देश वापस जाने लगे हैं।

By Manish PandeyEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 03:00 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 03:00 PM (IST)
सीएए के डर से भारत छोड़ रहे बांग्लादेशी घुसपैठिए, पिछले एक महीने में आई तेजी
सीएए के डर से भारत छोड़ रहे बांग्लादेशी घुसपैठिए, पिछले एक महीने में आई तेजी

कोलकता, पीटीआइ। नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद से भारत में रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठिये को डर सताने लगा है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने शुक्रवार को कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के बाद से भारत में रह रहे अवैध बांग्लादेशी नागरिक अपने देश वापस जाने लगे हैं। पिछले एक महीने में अवैध नागरिकों के देश छोड़ने की घटनाओं में वृद्धि देखने के मिली है।

loksabha election banner

अर्धसैनिक बल के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अवैध रूप से भारत में बसने वालों को नागरिकता कानून का डर सताने लगा है। जबसे सीएए लागु हुआ है तबसे अवैध नागरिकों के अपने देश लौटने का सिलसिला शुरू हो गया है।

वापस लौटने के मामलों में तेजी

बीएसएफ इंस्पेक्टर जनरल (दक्षिण बंगाल फ्रंटियर) वाईबी खुरानिया ने कहा, 'पिछले एक महीने में देश के सीमावर्ती इलाकों से अवैध बांग्लादेशी नागरिकों के देश छोड़ने में काफी वृद्धि हुई है। अकेले जनवरी में हमने 268 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को पकड़ा था, जिनमें से ज्यादातर पड़ोसी देश बांग्लादेश में वापस जाने की कोशिश कर रहे थे।

जिस रास्ते आए थे, उसी रास्ते वापस

अधिकारियों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय सीमा के बड़े इलाके में फेंसिंग और बिजली नहीं है इसका फायदा उठाकर घुसपैठिए भारत में प्रवेश करने में सफल हो जाते हैं, लेकिन अब यही घुसपैठिए उसी रास्ते से वापस भाग रहे हैं।

भारत ने 445 बांग्लादेशियों को भेजा वापस

वहीं, इससे पहले बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश कि तरफ से कहा गया था कि पिछले दो महीनों में 445 बांग्लादेशी नागरिक वापस भेजे गए हैं। बीजीबी के महानिदेशक मेजर जनरल मुहम्मद शफीनुल इस्लाम के अनुसार 2019 में अवैध रूप से सीमा पार करने पर 1000 लोगों को बांग्लादेश में गिरफ्तार किया गया था जिनमें से 445 नवंबर-दिसंबर में आए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.