बाबू की जब्त संपत्ति की असल कीमत 200 करोड़
प्रवर्तन निदेशालय [ईडी] द्वारा जब्त की गई पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की साठ करोड़ की संपत्ति की असल कीमत दो सौ करोड़ से भी ज्यादा है। ईडी के आकलन में यह तथ्य सामने आया है कि कुशवाहा और उनके सहयोगियों ने दस्तावेजों में संपत्तियों की कीमत छिपाई है। कुशवाहा की कुल 12 कंपनियों में से सिर्फ आठ की ही छानबीन हुई है। माना जा रहा है कि आगे की कार्रवाई में उनकी मुश्किलें और बढ़ेंगी।
लखनऊ [जागरण ब्यूरो]। प्रवर्तन निदेशालय [ईडी] द्वारा जब्त की गई पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की साठ करोड़ की संपत्ति की असल कीमत दो सौ करोड़ से भी ज्यादा है। ईडी के आकलन में यह तथ्य सामने आया है कि कुशवाहा और उनके सहयोगियों ने दस्तावेजों में संपत्तियों की कीमत छिपाई है। कुशवाहा की कुल 12 कंपनियों में से सिर्फ आठ की ही छानबीन हुई है। माना जा रहा है कि आगे की कार्रवाई में उनकी मुश्किलें और बढ़ेंगी।
ईडी की कार्रवाई में अभी कुशवाहा के कुछ करीबियों पर भी शिकंजा कसेगा। इसमें कुशवाहा और उनके भाई के रिश्तेदार, सहयोगी, पूर्व विधायक राम प्रसाद जायसवाल और भतीजे राज समेत कई और लोगों पर कार्रवाई लगभग तय है। सूत्रों के मुताबिक कुशवाहा, उनके साझीदारों और सहयोगियों के नाम दिल्ली और कानपुर समेत कई क्षेत्रों में कुल 12 कंपनियां कार्यरत हैं। इनमें ब्लूम रीयल एस्टेट, विंध्य शक्ति प्राइवेट लिमिटेड, कीर्ति बीवरेज, एक्सिस ग्रुप और अंजय एक्जिम समेत कुल 12 कंपनियों में अभी चार की छानबीन होनी है। इनमें बड़ी हेराफेरी के संकेत मिले हैं।
पत्नी लड़ रही हैं चुनाव
आय से अधिक संपत्ति मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले साल दो जुलाई को कुशवाहा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे लेकिन सियासी दांव-पेच के चलते वह अभी तक दायर नहीं हुआ। कुशवाहा की पत्नी शिवकन्या कुशवाहा गाजीपुर से सपा की लोकसभा उम्मीदवार हैं।