पवित्र गुफा में छड़ी मुबारक की पूजा-अर्चना के साथ बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा हुई संपन्न
जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात के कारण अमरनाथ यात्रा को स्थगित कर दिया गया था। महामंडलेश्वर की अगुवाई में कुछ श्रद्धालुओं की मौजूदगी में छड़ी पूजन संपन्न किया गया।
जेएनएन, जम्मू। पवित्र छड़ी मुबारक के दर्शनों के साथ ही बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा गुरुवार को रक्षाबंधन वाले दिन संपन्न हो गई। यात्रा एक जुलाई से शुरू हुई थी। छड़ी मुबारक को हेलीकॉप्टर के जरिए पंजतरणी ले जाया गया जहां से आगे छड़ी मुबारक पवित्र गुफा तक पहुंची और वहां विधिवत पूजा-अर्चना की गई। इसी के साथ ही 46 दिन की बाबा अमरनाथ यात्रा संपन्न हो गई।
इस बार कुल तीन लाख 40 हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा पहुंचकर बाबा अमरनाथ के दर्शन किए। हालांकि जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात के कारण यात्रा को 31 जुलाई को ही रोक दिया गया था।
इस बार यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह नजर आया। साल 1996 में भी यात्रा मार्ग पर बादल फटने के कारण छड़ी मुबारक को हेलीकॉप्टर के जरिए रवाना किया गया था। छड़ी मुबारक के संरक्षक और दशनामी अखाड़ा के महंत देपेंद्र गिरि के नेतृत्व में छड़ी मुबारक में पवित्र गुफा के दर्शन किए।
यात्रा ने इस बार पिछले तीन साल का रिकार्ड तोड़ा। यात्रा शुरुआत से लेकर स्थगित होने तक श्रद्धालुओं का भारी उत्साह देखने को मिल रहा था। यात्रा को बीच में ही रोक दिए जाने के कारण कई श्रद्धालुओं को बिना दर्शन किए ही वापस लौटना पड़ा।
जिला पुंछ में स्थित बाबा बुढ्डा अमरनाथ में भी विशेष आरती के बाद छड़ी यात्रा संपन्न होने की घोषणा हुई। हालांकि यहां छड़ी बुधवार को ही स्थापित कर दी गई थी। सुबह से ही छड़ी के दर्शनों के लिए यहां श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था।
गुरुवार को पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर 1008 राजगुरू स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती जी महाराज सहित अन्य विद्वानों ने छड़ी की विधिवत पूजा अर्चना की। अमरनाथ यात्रा की तरह ही यहां भी श्रावण मास में श्रद्धालुओं की लाइन लगी रहती है। लेकिन जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात के कारण यात्रा को आरंभ होने से पहले ही स्थगित कर दिया गया था। यही वजह रही कि महामंडलेश्वर की अगुवाई में कुछ श्रद्धालुओं की मौजूदगी में ही छड़ी पूजन संपन्न किया गया।