'कंपल्सरी लीव' पर भेजे गए औरंगाबाद के पुलिस कमिश्नर: सीएम फडणवीस
औरंगाबाद पुलिस कमिश्नर के निलंबन की मांग कर रहे विपक्ष के नेता राधाकृष्ण पाटिल ने बताया, 'यशस्वी यादव ने विरोध कर रहे लोगों को बुरी तरह पीटा।
मुंबई, पीटीआइ। औरंगाबाद के पुलिस कमिश्नर यशस्वी यादव पर एक उपद्रव के दौरान मनमानी का आरोप लग रहा है। विपक्ष ने इसे मुद्दा बना लिया और पुलिस कमिश्नर के निलंबन की मांग की है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को विधानसभा में बताया कि यशस्वी यादव को आज से ही 'कंपल्सरी लीव' पर भेज दिया गया है।
सीएम फडणवीस ने बताया कि 7 मार्च को औरंगाबाद के बाहरी क्षेत्र में कूड़ा फेंकने को लेकर हुई हिंसा के मामले में एक जांच कमिटी का गठन कर दिया गया है, जिसमें दो सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि जांच कमिटी अपनी रिपोर्ट एक महीने के भीतर पेश करेगी। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पुलिस कमिश्नर की अनुपस्थिति में आइजी औरंगाबाद उनका काम संभालेंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री ने ये कदम तब उठाया है, जब इस मुद्दे पर पांच बार विधानसभा की कार्यवाही ठप हुई। औरंगाबाद के पुलिस कमिश्नर पर आरोप हैं कि उन्होंने विरोध कर रहे, लोगों को बुरी तरह पीटा।
औरंगाबाद पुलिस कमिश्नर के निलंबन की मांग कर रहे विपक्ष के नेता राधाकृष्ण पाटिल ने बताया, 'यशस्वी यादव ने विरोध कर रहे लोगों को बुरी तरह पीटा। यहां तक कि उन्होंने महिलाओं और बच्चों तक को नहीं छोड़ा। महिलाओं और बच्चों को घरों से निकालकर पीटा गया। औरंगाबाद के पुलिस कमिश्नर यशस्वी यादव ने अपने पर लगे आरोपों को झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों को किसी तरह के बल का प्रयोग नहीं किया गया। भीड़ को हटाने के लिए उन्होंने सिर्फ आंसू गैस का इस्तेमाल किया था।