राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र का सिस्टम हैक करने की कोशिश, मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू
एक कर्मचारी को संदिग्ध लिंक भेजकर सिस्टम को हैक करने का प्रयास किया गया। अज्ञात हैकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू।
नई दिल्ली, जेएनएन। बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) के एक कर्मचारी को संदिग्ध लिंक भेजकर सिस्टम को हैक करने का प्रयास किया गया। इस साजिश की जानकारी तब हुई जब दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी को ईमेल खोलने में परेशानी हुई। स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस सेल ने आइटी एक्ट के तहत अज्ञात हैकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मालूम हो कि एनआइसी प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गृह मंत्री सहित कई सरकारी विभागों के डाटा पर निगरानी रखता है।
यह राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय परियोजनाओं के क्रियान्वयन के साथ ही सरकारी विभागों को परामर्श भी प्रदान करता है। एनआइसी के साइबर हब के कंप्यूटरों में भारत की सुरक्षा, नागरिकों व तमाम तरह का महत्वपूर्ण डाटा होता है। यह सरकार की नोडल एजेंसी है, जो देश में महत्वपूर्ण साइबर बुनियादी ढांचे को विकसित करती है। पुलिस के अतिरिक्त जन संपर्क अधिकारी एसीपी अनिल मित्तल के मुताबिक दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस संबंध में सितंबर के पहले हफ्ते में स्पेशल सेल में शिकायत की थी।
उनकी शिकायत थी कि कई दिन बाद सरकारी ईमेल खोला तो दिक्कत आई। डाटा चोरी के शक में उन्होंने बेंगलुरु स्थित एनआइसी के साइबर सिक्योरिटी से जुड़े लोगों से संपर्क किया। उन्होंने जांच में पाया कि किसी ने कंप्यूटर को हैक करने का प्रयास किया था। पता चला कि सितंबर के पहले हफ्ते में ही एनआइसी के एक कर्मचारी के पास अज्ञात ईमेल आया था। इसके लिंक पर क्लिक करते ही डाटा गायब हो गया था। हालांकि, जांच में पता चला कि एनआइसी के एक कंप्यूटर में वायरस आ जाने से डाटा गायब हुआ था।
मालूम हो कि एनआइसी प्रधानमंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गृह मंत्री सहित कई सरकारी विभागों के डाटा पर निगरानी रखता है। यह राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय परियोजनाओं के क्रियान्वयन के साथ ही सरकारी विभागों को परामर्श भी प्रदान करता है। एनआइसी के साइबर हब के कंप्यूटरों में भारत की सुरक्षा, नागरिकों व तमाम तरह का महत्वपूर्ण डाटा होता है। यह सरकार की नोडल एजेंसी है, जो देश में महत्वपूर्ण साइबर बुनियादी ढांचे को विकसित करती है।