प्रधानमंत्री से असम के छात्र ने मांगा जवाब
एक सरकारी स्कूल के छात्र ने असम से प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर एनसीईआरटी की किताब में छपे एक वाक्य पर स्पष्टीकरण मांगा है। किताब में छपा है कि पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन को सामरिक कारणों से बढ़ावा नहीं मिल पाया है। कक्षा 10 की भूगोल की किताब में पाठ सात, 'लाइफलाइन ऑफ नेशनल इकोनॉमी' में लिखा है
गुवाहाटी। एक सरकारी स्कूल के छात्र ने असम से प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर एनसीईआरटी की किताब में छपे एक वाक्य पर स्पष्टीकरण मांगा है। किताब में छपा है कि पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन को सामरिक कारणों से बढ़ावा नहीं मिल पाया है।
कक्षा 10 की भूगोल की किताब में पाठ सात, 'लाइफलाइन ऑफ नेशनल इकोनॉमी' में लिखा है कि पूर्वोत्तर राज्यों और हिमालय के अंदरूनी भागों में पर्यटन की आपार संभावनाएं हैं, लेकिन सामरिक कारणों से उन्हें अबतक बढ़ावा नहीं मिला पाया है। सिल्पकुड़ी स्थित महर्षि विद्या मंदिर सीनियर सेकेंड्री स्कूल के छात्र काव्या बर्नाध्य हजारिका इसे लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखने के साथ ही अप्रैल से अब तक दो राष्ट्रपति सचिवालय के हेल्पलाइन पर दो बार याचिका दायर कर चुका है। उसे अभी तक इस बात का उत्तर नहीं मिला है कि वे सामरिक कारण क्या हैं जिसके चलते पूर्वोत्तर राज्यों में पर्यटन का विकास नहीं हुआ। उसने नई दिल्ली के शास्त्री भवन स्थित स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग में भी संपर्क किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
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