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असम राइफल्स और पुलिस के संयुक्त अभियान में उल्फा का शीर्ष कमांडर गिरफ्तार

असम पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में असम राइफल्स को यह कामयाबी मिली है। उल्फा (आई) कैडर को लालपहाड़ तिनसुकिया से गिरफ्तार किया गया है।

By Neel RajputEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 09:02 AM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 09:02 AM (IST)
असम राइफल्स और पुलिस के संयुक्त अभियान में उल्फा का शीर्ष कमांडर गिरफ्तार
असम राइफल्स और पुलिस के संयुक्त अभियान में उल्फा का शीर्ष कमांडर गिरफ्तार

गुवाहाटी, एएनआइ। असम राइफल्स ने 12 जुलाई को एक शीर्ष रैंकिंग उल्फा (आई) कमांडर को गिरफ्तार किया है। भारतीय सेना की पूर्वी कमान के मुताबिक, असम पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में असम राइफल्स को यह कामयाबी मिली है। उल्फा (आई) कमांडर को लालपहाड़, तिनसुकिया से गिरफ्तार किया गया है।

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अरुणाचल प्रदेश में छह उग्रवादी ढेर

असम राइफल्स और अरुणाचल प्रदेश पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में शनिवार को तड़के लोंगडिंग जिले में 6 उग्रवादियों को मार गिराया। इस ऑपरेशन में असम राइफल्स का एक जवान भी जख्मी हो गया। अब तक 4 एके-47 और दो चाइनीज एमक्यू बरामद किए गए हैं। ऑपरेशन अभी भी जारी हैं।

मुठभेड़ में शनिवार तड़के अरुणाचल प्रदेश के खोंसा इलाके में सुरक्षा बलों के साथ छह उग्रवादी मारे गए। असम राइफल्स का एक सैनिक ऑपरेशन में घायल हो गया और उसे एक सैन्य अस्पताल में भेजा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन में मारे गए सभी उग्रवादियों के नागा उग्रवादी संगठन एनएससीएन (आईएम) के होने की संभावना है।

बड़ी मात्रा में हथियार बरामद और पांच उग्रवादी भी गिरफ्तार

पिछले महीने भारतीय सेना ने 12 दिन चले तलाशी अभियान के बाद भारत-भूटान सीमा से लगे असम के चिरांग जिले से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए थे। इस दौरान अलग-अलग घटनाक्रमों में उल्फा-आइ के तीन और एनएससीएन-आइएम के दो उग्रवादियों की भी गिरफ्तारी की गई थी।

सेना ने खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना की रेड हो‌र्न्स डिवीजन ने असम पुलिस, एसएसबी और कोबरा बटालियन के साथ उत्तरी असम में चिरांग जिले के लाल पत्थर इलाके के जंगलों में संयुक्त अभियान चलाया था। 12 दिनों तक चले तलाशी अभियान के बाद बड़ी मात्रा में हथियारों की बरामदगी की हुई थी। इनमें ग्रेनेड, विस्फोटक, आरपीजी और मोर्टार बम शामिल हैं। इस बरामदगी से क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी क्योंकि क्षेत्र में जल्द ही बोडो टेरिटोरियल काउंसिल के चुनाव होने हैं।


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