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असम में पांच माह की गर्भवती शिक्षिका से छात्रों ने की मारपीट, प्रधानाध्यापक को भी घेरा

असम में पांच महीने की गर्भवती शिक्षिका के साथ छात्रों के द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है। छात्रों ने प्रधानाध्यापक को भी फोन पर धमकी दी और इसके बाद उन्हें घेर लिया। आरोपी छात्रों के खिलाफ मजिस्ट्रियल जांच की सिफारिश की गई है।

By AgencyEdited By: Achyut KumarPublished: Tue, 29 Nov 2022 11:39 PM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2022 11:39 PM (IST)
असम में पांच माह की गर्भवती शिक्षिका से छात्रों ने की मारपीट, प्रधानाध्यापक को भी घेरा
असम में पांच माह की गर्भवती शिक्षिका से छात्रों ने की मारपीट

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डिब्रूगढ़ (असम), पीटीआइ। असम के डिब्रूगढ़ जिले में छात्रों के एक समूह ने पांच महीने की गर्भवती शिक्षिका के साथ कथित तौर पर बदसलूकी की। शिक्षिका ने एक छात्र के माता-पिता को उसके खराब शैक्षणिक प्रदर्शन और आचरण के बारे में बताया था। जवाहर नवोदय विद्यालय के उप प्रधानाचार्य, जो प्रधानाध्यापक के रूप में कार्य कर रहे हैं, को भी मोरन क्षेत्र में स्कूल के 10वीं और 11वीं कक्षा के छात्रों के एक समूह द्वारा एक अन्य शिक्षक के साथ घेर लिया गया था।

रविवार शाम को हुई घटना

वाइस प्रिंसिपल राठीस कुमार (Rathees Kumar) के अनुसार, यह घटना रविवार शाम को हुई, जब पीड़ित इतिहास शिक्षक ने उसी दिन पेरेंट्स टीचर्स काउंसिल (PTC) की बैठक के दौरान एक विशेष छात्र के माता-पिता को उसके खराब शैक्षणिक प्रदर्शन के बारे में सूचित किया था।

छात्रों ने शिक्षिका को दिया धक्का

कुमार ने कहा, 'बैठक के बाद, कुछ छात्रों ने एक समूह बनाया और मुख्य शैक्षणिक ब्लाक के सामने शिक्षिका को परेशान करना शुरू कर दिया। उनमें से कुछ ने उन्हें धक्का दिया और एक छात्र ने उनके बालों को खींचने की कोशिश की।' 

शिक्षिका को भेजा गया अस्पताल

उन्होंने कहा कि कुछ अन्य शिक्षिकाओं, स्कूल के कर्मचारियों और कुछ छात्राओं ने लड़कों के भीड़ के हमले से शिक्षिका बचाया। इस घटना से सदमे में, वह गिरने की कगार पर थीं, क्योंकि गर्भावस्था के कारण उन्हें पहले से ही कुछ परेशानियां थीं। उन्हें तुरंत स्कूल की कार में एक महिला परिचारक के साथ अस्पताल भेजा गया।

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छात्रों ने फोन पर दी धमकी

कुमार ने कहा, 'हमारी पूछताछ से, हमने पाया कि कक्षा 10 और 11 के 22 छात्र इस घटना में शामिल थे और मैंने अगली सुबह अपने निवास पर एक आपातकालीन बैठक करने के बाद उनके माता-पिता को फोन किया। इस बार छात्रों ने मुझे फोन पर धमकी दी और मुझ पर हमला करने के लिए मेरे क्वार्टर की ओर बढ़ने लगे।'

छात्रों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी

इसके बाद वह अपने क्वार्टर से भाग गए और कुछ अन्य शिक्षकों के साथ मोरान थाने पहुंचे। इस पर पुलिस ने स्कूल परिसर में पहुंचकर छात्रों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। वहीं, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है क्योंकि नाबालिग छात्रों के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज की जानी बाकी है।

घटना की होगी मजिस्ट्रियल जांच 

कुमार ने कहा, 'हमने डिब्रूगढ़ के उपायुक्त के कार्यालय को घटनाक्रम के बारे में सूचित कर दिया है। शिक्षा के लिए संबंधित एडीसी ने हमें घटना की मजिस्ट्रियल जांच का आश्वासन दिया और छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा।' उन्होंने आगे कहा कि जेएनवी प्रबंधन के उच्च अधिकारियों को स्थिति से अवगत करा दिया गया है और निर्णय की प्रतीक्षा की जा रही है।

लाकडाउन के बाद छात्र-शिक्षक संबंधों में गिरावट

इस बीच, नवोदय विद्यालय समिति के उपायुक्त (पूर्वोत्तर) के वी सुरेश ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की और इसे 'सबसे दुर्भाग्यपूर्ण' करार दिया। उन्होंने कहा 'मैं मामले की जांच के लिए जेएनवी समिति के सहायक आयुक्त को डिब्रूगढ़ भेज रहा हूं। हाल के दिनों में, खासकार लाकडाउन के बाद, हमने कई कारकों के कारण छात्र-शिक्षक संबंधों में गिरावट देखी है।'

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