Drone School: असम में खुला पहला ड्रोन स्कूल, भारत को बनाया जाएगा ड्रोन तकनीक का हब, पीएम मोदी का सपना होगा साकार
युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए AMTRON को दो सूक्ष्म श्रेणी (2 किलोग्राम से अधिक नहीं) और दो छोटी श्रेणी (2-25 किलोग्राम) के स्वदेशी ड्रोन मिले हुए हैं। स्कूल का उद्घाटन मंगलवार को असम के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री केशब महंता ने किया। यह स्कूल शहर के टेक सिटी में है।
गुवाहाटी, एजेंसी। असम (Assam) के गुवाहाटी में देश के पूर्वोत्तर हिस्से के पहले ड्रोन स्कूल (Drone School) की शुरुआत की गई। इसका शुभारंभ केंद्र सरकार के भारत को ड्रोन तकनीक (Drone Technology) में उत्कृष्ट बनाने की पहल के मद्देनजर किया गया।
असम इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (AMTRON) ने इस परियोजना के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) गुवाहाटी के स्टार्ट-अप EduRade और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) कोलकाता के इनोवेशन पार्क के साथ हाथ मिलाया है।
ड्रोन स्कूल का उद्घाटन मंगलवार को असम के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री केशब महंता ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा, "यहां विशेषज्ञों से ट्रेनिंग लेकर युवा देश में कहीं भी और किसी भी सेक्टर में काम कर सकते हैं।"
गौरतलब है कि स्कूल में पायलट लाइसेंस ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने वाले सभी ट्रेनर्स भारत सरकार के नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से स्वीकृत हैं। यह स्कूल शहर के टेक सिटी में है, जबकि उड़ान प्रशिक्षण के लिए इनका खाली जमीन जलुकबारी के असम फॉरेस्ट स्कूल (Assam Forest School) में है।
इससे संबंधित अधिकारियों ने जानकारी दी कि युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए AMTRON को दो सूक्ष्म श्रेणी (2 किलोग्राम से अधिक नहीं) और दो छोटी श्रेणी (2-25 किलोग्राम) के स्वदेशी ड्रोन मिले हुए हैं।
हरियाणा (Haryana) में पिछले साल डीजीसीए द्वारा स्वीकृत देश के पहले ड्रोन स्कूल का उद्घाटन किया गया था।