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असम: दुर्गा पूजा पंडाल को ISRO और उसके 50 साल की थीम पर डिजाइन किया गया

गुवाहाटी में एक दुर्गा पूजा पंडाल को इसरो और उसके 50 साल की थीम पर डिजाइन किया गया है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 07:58 AM (IST)Updated: Fri, 04 Oct 2019 08:29 AM (IST)
असम: दुर्गा पूजा पंडाल को ISRO और उसके 50 साल की थीम पर डिजाइन किया गया
असम: दुर्गा पूजा पंडाल को ISRO और उसके 50 साल की थीम पर डिजाइन किया गया

गुवाहाटी, एएनआइ। नवरात्र चल रहे हैं और देश में कई जगह दुर्गा पूजा बड़े ही धूमधाम से की जाती है। यहां तक की नवरात्र के सभी दिन शानदार इंतजाम भी किया जाता है। अब एक अद्भुत पंडाल गुवाहाटी में लगाया गया है, जहां माता विराजेंगी। यहां इसरो और उसके 50 साल की थीम पर इस पंडाल को डिजाइन किया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए समिति के ऋणदाता बसु कहते हैं, 'इस वर्ष हमने इसरो के 50 वर्ष और विक्रम साराभाई की 100 वीं जयंती का चित्रण किया है। हमने इसरो की यात्रा को शुरू से लेकर चंद्रयान 2 तक दिखाया है।' 

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कोलकाता में मां की ये प्रतिमा है खास

कोलकाता में करीब 50 किलो सोने से तैयार मां दुर्गा की प्रतिमा को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। यहां तक की रात को ही नहीं, बल्कि दिन में भी लोग कतारबद्ध प्रतिमा का दर्शन करते दिख रहे हैं। सियालदह के संतोष मित्र स्क्वायर सार्वजनिन दुर्गोत्सव कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप घोष ने बताया, 'इस प्रतिमा के निर्माण में लगभग 17 करोड़ रुपये की लागत आई है। बहूबाजार के एक स्वर्ण व्यवसाय करने वाली कंपनी ने सोना उपलब्ध कराया।

दुर्गा पूजा के दौरान नहीं होगा प्लास्टिक का इस्तेमाल

मेघालय की केंद्रीय पूजा समिति (सीपीसी) ने राज्य की सभी दुर्गा पूजा समितियों को एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उन्हें उत्सव के दौरान प्लास्टिक के इस्तेमाल से दूर रहने को कहा गया है। सीपीसी के अध्यक्ष नबा भट्टाचार्जी ने कहा, 'मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के आह्वान पर समिति आगामी दुर्गा, काली और छठ पूजा के दौरान प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के प्रयास करेगी'। उन्होंने कहा कि पंडालों को सजाने के लिए पर्यावरण के अनुकूल सामग्रियों का उपयोग करने का भी आग्रह किया गया है।



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